बैंकों में उम्मीदवारों का चयन (टेस्ट) | Read this article in Hindi to learn about the tests conducted for selecting candidates in banks.

प्रथम भाग की परीक्षा के निम्नलिखित विषय है:

(i) तर्कशक्ति परीक्षा (Test of Reasoning)

(ii) अंग्रेजी भाषा परीक्षण (English Language Test)

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(iii) संख्यात्मक योग्यता (अभिरूचि) परीक्षण (Numerical Ability Test)

(iv) लिपिकीय अभिरुचि परीक्षण (Clerical Aptitude Test)

उपर्युक्त विषयों में प्रत्येक पर 50-50 प्रश्न एक ही प्रश्न-पत्र में पूछे जाते है जो बहुविकल्पीय वस्तुनिष्ठ (Objective Multiple Choice) स्वरूप । चारों विषयों के कुल 200 प्रश्नों का अनुमत समय 95 मिनट होता है । वर्तमान में बैंक क्लर्क परीक्षाओं में कम्प्यूटर साक्षरता में बुनियादी शान के प्रश्न भी पूछे जाने लगे हैं ।

उपर्युक्त विषयों में अंग्रेजी भाषा (English Language) उपखण्ड अर्हक प्रकृति (Qualifying Nature) का होता है । न्यूनतम अर्हतांक प्रत्येक परीक्षा के लिए संबंधित बैंक द्वारा निर्धारित किए जाते हैं ।

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लिखित परीक्षा के दूसरे भाग में वर्णनात्मक भाषा परीक्षण को सम्मिलित किया गया है । इस परीक्षण में पूछे गए चार प्रश्नों में से किन्हीं तीन के उत्तर हिन्दी अथवा अंग्रेजी भाषा में 150 शब्दों में लिखाये जाते हैं । यह परीक्षण पूर्णतः अर्हक प्रकृति का होता है । इसके लिए न्यूनतम अर्हतांक 35 प्रतिशत निर्धारित होते हैं ।

लिखित परीक्षा में सफल प्रत्याशियों को साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है । मेरिट लिस्ट बनाने में लिखित परीक्षा के केवल तीन विषयों-तर्कशक्ति परीक्षा, संख्यात्मक योग्यता तथा लिपिकीय अभिरुचि के प्राप्तांक और साक्षात्कार के प्राप्तांक ही जोड़े जाते हैं ।

प्रश्न-पत्र का मॉडल:

 

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(i) तर्कशक्ति परीक्षण (Test of Reasoning):

इस परीक्षण में भाषिक (Verbal) और अभाषिक (Non-Verbal) दोनों प्रकार के 25-25 प्रश्न पूछे जाते हैं । भाषिक प्रश्नों में विजातीय छाँटना (Odd-Man Out), सम्बन्ध (Analogy), सम्बन्ध परीक्षण (Relationship Test), कोडिंग-डिकेडिंग (Coding-Decoding), दिशा परीक्षण (Direction Test), श्रेणी (Series) तथा अक्षर पुनर्रचना (Rearrangement of Letters) आदि से सम्बन्धित प्रश्न पूछे जाते हैं ।

अभाषिक (Non-Verbal) प्रकार के प्रश्नों में आकृतियों, डिजायनों तथा चित्रों के माध्यम से समस्यामूलक प्रश्न होते हैं ।

प्रश्न तीन प्रकार के होते हैं:

(1) सम-सम्बन्ध,

(2) वर्गीकरण तथा

(3) श्रृंखला ।

(1) सम-सम्बन्ध:

इस प्रकार के प्रश्नों में समस्या आकृति दो भागों में होती है । प्रथम भाग में दो आकृतियां होती है व द्वितीय भाग में एक आकृति व एक प्रश्नचिन्ह होता है । इनके सम्मुख चार उत्तर आकृतियाँ होती हैं । परीक्षार्थी को ज्ञात करना होता है कि उत्तर आकृतियों में से कौन सी एक आकृति प्रश्नचिन्ह के स्थान पर आ सकती है । सही उत्तर आकृति वही होगी जिसका द्वितीय भाग की आकृति से वही सम्बन्ध हो जो प्रथम भाग की दो आकृतियों में है ।

(2) वर्गीकरण:

इस प्रकार के प्रश्नों में प्रश्न आकृतियाँ ही उत्तर आकृतियाँ होती है । प्रत्येक प्रश्न में पाँच आकृतियाँ दी होती हैं जिनमें से चार समान होती है तथा कोई एक आकृति सबसे भिन्न होती है । परीक्षार्थी को उस भिन्न आकृति को ज्ञात करना होता है ।

(3) श्रृंखला:

इन प्रश्नों में प्रथम चार आकृतियाँ प्रश्न आकृतियाँ होती है तथा निश्चित नियमानुसार उनमें परिवर्तन होता जाता है । परीक्षार्थियों को ज्ञात करना होता है कि यदि प्रश्न आकृतियाँ इसी नियमाधीन परिवर्तित होती रहें तो अगले स्थान पर पाँच उत्तर आकृतियों में से कौन सी आकृति आएगी । सही उत्तर का क्रमांक उत्तर-पत्रिका पर अंकित करना होता है ।

अधिकांशतः श्रृंखला सम्बन्धी प्रश्न ही पूछे जाते है, परन्तु कभी-कभी सह-सम्बन्ध अथवा वर्गीकरण सम्बन्धी प्रश्न भी पूछ लिए जाते हैं ।

(ii) अंग्रेजी भाषा परीक्षण (English Language Test):

इस परीक्षण में 50 प्रश्न होते हैं । यह वस्तुनिष्ठ परीक्षण के स्वरूप का होता है ।

इस परीक्षण में निम्नलिखित खण्ड होते हैं:

1. त्रुटि पता लगाना:

इस प्रकार के प्रश्नों में 5 या 10 वाक्य दिए होते हैं तथा प्रत्येक वाक्य चार भागों में विभक्त होता है । प्रत्येक भाग 1 2,3 व 4 अथवा A,B,C,D अंकों/अक्षरों से चिन्हित होता है । इन भागों में से किसी एक भाग में व्याकरण सम्बन्धी कोई त्रुटि होती है जिसका परीक्षार्थी को पता लगाना होता है तथा उस भाग का चिन्हित अंक/अक्षर अपनी उत्तर-पत्रिका में लिखना होता है । यदि किसी भाग में कोई त्रुटि नहीं हो तो उत्तर-पत्रिका में अंक 5 अथवा अक्षर E लिखना चाहिए ।

2. ग्राह्यता:

इस प्रकार के प्रश्नों में एक पैराग्राफ दिया होता है जिसके नीचे पैराग्राफ पर आधारित कुछ प्रश्न दिए होते हैं । प्रत्येक प्रश्न के पाँच सम्भावित उत्तर दिए होते हैं जिनमें से सही उत्तर ज्ञात करके उत्तर-पत्रिका पर अंकित करना होता है । हाल ही में इन प्रश्नों में समानार्थी शब्द तथा विपरीतार्थी शब्द सम्बन्धी प्रश्न भी सम्मिलित किए जाने लगे हैं ।

3. वाक्य पूर्ति अथवा रिक्त स्थानों की पूर्ति:

इन प्रश्नों में 5 या 10 वाक्य दिए जाते हैं जिनमें एक-एक स्थान रिक्त होता है । रिक्त स्थान की पूर्ति के लिए पाँच वैकल्पिक शब्द अथवा समूह दिए होते हैं जिनमें से सही उत्तर छाँटकर चिन्हित करना होता है । सही उत्तर ऐसा होना चाहिए जिससे वाक्य व्याकरण की दृष्टि से सही हो तथा अर्थपूर्ण हो ।

4. वाक्यों को व्यवस्थित कर पूर्ण पैराग्राफ बनाना:

इस प्रश्न में कई वाक्य दिए गए होते हैं – (A), (B), (C), (D), (E), (F) आदि जोकि किसी पैराग्राफ के अंश होते है किन्तु प्रश्न में अव्यवस्थित होते हैं । परीक्षार्थियों को उन्हें व्यवस्थित कर सार्थक पैराग्राफ के वाक्यों के क्रम में रखना पड़ता है ।

5. पैराग्राफ में रिक्त स्थानों की मूर्ति:

इस प्रश्न में एक पैराग्राफ दिया गया होता है जिसमें सामान्य रूप से 10 रिक्त स्थान होते हैं । उनकी पूर्ति के लिए बहुविकल्पों दिए गए होते हैं जिनमें से उपयुक्त शब्द या वाक्यांश छाँटकर रिक्त स्थान की पूर्ति करनी होती है ।

6. वाक्य के शब्दों को व्यवस्थित कर सार्थक वाक्य बनाना:

इस प्रश्न में किसी वाक्य के शब्दों को अव्यवस्थित कर दिया जाता है । दिए गए बहुविकल्पों में से वह विकल्प छाँटना होता है जिससे शब्दों का वाक्य में सही क्रम हो ।

अंग्रेजी भाषा में प्रश्नों को सही अंकित करने के लिए व्यापक अध्ययन की आवश्यकता है । व्याकरण शब्द प्रयोग आदि पुस्तकों के अध्ययन के साथ-साथ समाचार-पत्र पढ़ते रहना भी आवश्यक और विशेष सहायक सिद्ध होता है ।

(iii) संख्यात्मक योग्यता परीक्षण (Numerical Ability Test):

इस परीक्षण में संख्यात्मक योग्यता के अन्तर्गत 25 प्रश्न गणित की प्राथमिक क्रियाओं, जोड, घटाना, भाग, गुणा, वर्गमूल, भिन्न, प्रतिशत इत्यादि पर आधारित सरलीकरण (Simplification) के होते हैं । शेष 25 प्रश्न अंकगणितीय योग्यता अर्थात् लाभ-हानि, प्रतिशत, औसत, समय और काम, चाल-समय और दूरी, संख्या श्रेणी, एकिक नियम, साधारण व्याज, चक्रवृद्धि ब्याज इत्यादि पर आधारित होते हैं ।

लिपिकीय अभिरुचि परीक्षा:

(1) इस परीक्षण के अन्तर्गत नाम और पतो पर आधारित कुछ प्रश्न होते हैं । इन प्रश्नों में बाई ओर पहले कॉलम में नाम और पते का युग्म दिया जाता है और फिर उसके बाद चार और ऐसे ही युग्म दिए जाते हैं जिन्हें 1, 2, 3 और 4/ (A), (B), (C), और (D) क्रमाकों/अक्षरांकों से दिखाया जाता है, आपको यह ज्ञात करना होता है कि इन चारों में से कौन सा युग्म पहले वाले प्रश्न कॉलम में दिए गए नाम पतों के युग्म जैसा ही है ।

जो युग्म उस जैसा हो, उसके क्रमांक/अक्षरांक को ही उत्तर के रूप में प्रदर्शित करना होता है । यदि सभी युग्म अलग-अलग हैं तो आपका उत्तर (5)/(E) हो जाएगा ।

(2) इस परीक्षण के अन्तर्गत दिए गए शब्दों को वर्णानुक्रम (Alphabetical Order) अनुसार रखने पर कौन सा शब्द किस स्थान पर आएगा अर्थात् स्थान-निर्धारण सम्बन्धी प्रश्न भी पूछे जाते हैं ।

(3) इस परीक्षण के अन्तर्गत कुछ प्रश्न सारणी/तालिका पर आधारित होते हैं । अभ्यर्थियों को सारणी/तालिका की सहायता लेकर प्रश्नों के उत्तर देना होता है ।

(4) इस परीक्षण के अन्तर्गत अभ्यर्थियों के विविध विषयक ज्ञान की भी परीक्षा ली जाती है । इसके अन्तर्गत अभ्यर्थी को यह मालूम करना होता है कि प्रश्न में दिया गया वाक्यांश किस विषय से सम्बन्धित है । ये विषय होते हैं- राजनीतिक एवं सामाजिक, खेल एवं संस्कृति, विज्ञान एवं स्वास्थ्य, अर्थशास्त्र एवं वाणिज्य, विविध आदि ।

iv. लिपिकीय अभिरुचि परीक्षण (Clerical Aptitude Test):

इस परीक्षा में छोटे-छोटे उत्तर वाले प्रश्न होते हैं जिनके उत्तर हिन्दी अथवा अंग्रेजी में दिए जा सकते हैं । इस प्रकार के प्रश्नों के माध्यम से परीक्षार्थी की किसी विशिष्ट परिस्थिति में, कल्पना शक्ति एवं उसकी सहज बुद्धि की परीक्षा होगी और उसी के आधार पर अंक दिये जायेंगे ।

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