सानिया मिर्जा की जीवनी | Sania Mirza Kee Jeevanee | Biography of Sania Mirza in Hindi! 

1. प्रस्तावना ।

2. जन्म परिचय व उपलब्धियां ।

3. उपसंहार ।

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1. प्रस्तावना:

सानिया मिर्जा को टेनिस की सनसनी कहा जाता है । वे भारत की ऐसी पहली महिला स्टार खिलाड़ी हैं, जिन्होंने 50 के भीतर की विश्व रेकिंग (वरीयता) मिली हुई है । इसके पूर्व किसी भी महिला तथा पुराष खिलाड़ी को भी यह गौरव इतनी कम अवस्था में प्राप्त नहीं हुआ है । वे भारतीय महिलाओं के लिए एक प्रेरणा हैं, एक आदर्श है । सानिया को खेल के साथ-साथ खबरों में बने रहना भी भाता है ।

आज भारतीय लडकियां इनके समान ही कपड़े तथा आभूषण पहनना चाहती हैं । वर्तमान में भारत सरकार ने सानिया की खेल सम्बन्धी उपलब्धियों के लिए इन्हें ”पदमश्री” से नवाजा है । 19 वर्ष की अवस्था में पदमश्री प्राप्त करने वाली सानिया पर हर भारतीय को गर्व है । वे टेनिस की बुलन्दियों पर पहुंचना चाहती हैं ।

2. जन्म परिचय व उपलब्धियां:

सानिया मिर्जा का जन्म 15 नवम्बर 1986 को मुम्बई में हुआ था । जब इनकी अवस्था महज 6 वर्ष की थी, तभी से इन्होंने टेनिस खेलना आरम्भ किया । सानिया अपनी मां के साथ रोज स्वीमिंग सीखने जाती  थीं । रास्ते में एक टेनिस कोर्ट पड़ता था ।

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वहां पर आते-जाते हुए टेनिस खिलाड़ियों को सानिया बड़ी हसरत-भरी निगाहों से देखती थीं । एक दिन इनकी मां ने इनसे कहा कि ”तुम समर वेकेशन में टेनिस खेलना सीख लो ।” इस प्रकार सानिया को एक कोच के पास भेज दिया गया । सानिया के पिता इमरान मिर्जा ने सानिया को निजाम क्लब भेज दिया । इसके बाद सानिया के प्रशिक्षक सी॰के॰ भूपति ने इन्हें प्रोफेशनल कोच की ट्रेनिंग दी ।

सानिया को टेनिस अकादमी सिकन्दरा व भूपति की कम्पनी लाबेल स्पोर्ट में प्रवेश कराया । सानिया ने बोरिस बेकर, बाब ब्रेड से टेनिस खेलने की प्रेरणा ली । सानिया डबल्स टी॰ए॰ जीतने वाली प्रथम भारतीय महिला टेनिस खिलाड़ी हैं । सानिया ने पहला अन्तर्राष्ट्रीय टेनिस टूर्नामेन्ट 1999 में खेला ।

इन्होंने भारत की विश्व टेनिस जूनियर स्पर्धा जकार्ता में भारत का प्रतिनिधित्व किया । सन 2002 में लिएण्डर पेस के साथ मिक्सड डबल्स के एशियन गेम्स में इन्होंने कांस्य पदक जीता । सानिया ने इसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा । सन 2005 में सानिया ने जूनियर वर्ग से महिलाओं के डबल्स में विम्बल्डन में सम्मिलित होकर ग्रैण्ड स्लैम खिताब जीता । इन्होंने रूसी तथा चेकोस्लोवाकिया की खिलाड़ियों को हराया ।

सानिया को अन्तर्राष्ट्रीय टेनिस फेडरेशन आयी॰टी॰आयी॰ टाइटल्स में विजय हासिल हुई । महिलाओं के एकल आस्ट्रेलियाई ओपन के सैकण्ड राउण्ड में इन्होंने पेट्रा मेंडुलाको को 6-2, 6-1 से हराया । सानिया ने यूक्रेन की एलनिया वोल्डरेको को डबल्यू टी॰ए॰ में अपने शहर हैदराबाद में हराया ।

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सानिया ने विम्बल्डन की प्रतियोगिता में सेरेना विलियम्स से कड़ा मुकाबला किया । इनकी फोर हैण्ड सर्विस अच्छी है । सानिया लोटो स्पोर्ट इटालिया की ब्राण्ड एम्बेसडर हैं । सानिया मिर्जा का निकाह शोएब मलिक के साथ हुआ है ।

3. उपसंहार:

सानिया मिर्जा निश्चय ही भारत की पहली महिला टेनिस स्टार खिलाड़ी है, जिन्होंने टेनिस जगत में भारतीय महिलाओं का प्रवेश दर्ज कर उनकी उपस्थिति से सबका ध्यान आकर्षित किया । सानिया का स्वप्न है-अपनी रैकिंग में और सुधार लाना । अगस्त 2005 में इनकी रैकिंग 48वें स्थान से वे स्थान पर थी ।

इनकी रैकिंग में और सुधार हो, इस हेतु सानिया अथक परिश्रम कर रही है । इनके खेल में बाधा फिटनेस की समस्या को लेकर रही है, जिसके कारण कई प्रतियोगिताओं से वे वंचित रही हैं । भारत को इन पर नाज है ।

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