सिंगल सेल प्रोटीन के रूप में प्रयुक्त सूक्ष्मजीवों की सूची | Here is a list of top four microorganisms used as single cell proteins in Hindi language.
(1) शैवाल (Algae):
क्लोरेला (Chlorella), सेनेडेस्मस (Scenedesmus) और स्पाइरूलीना (Spirulina) को तालाबों या टैंकों में उगाते है । ये Algae सूर्य के प्रकाश एवं Co2 से अपनी ऊर्जा एवं कार्बन की आवश्यकता को पूरा करती है । इनका प्रोटीन अच्छी गुणवत्ता वाला होता है ।
परन्तु इनमें सल्फरयुक्त एमीनो अम्लों Amino Acids ब्रह्माड की कमी होती है । इनके जीव भार को पशु आहार (Animal Food or Cattle Food) के रूप में उपयोग करते है । Algae के जीव भार की निम्नलिखित सीमायें होती है ।
(i) क्लोरोफिल (Chlorophyll) की बहुलता
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(ii) क्लोरेला (Chlorella) एवं सेनेडेस्मस (Scenedesmus) का मानव आहार में उपयोग करने पर कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है ।
(iii) प्रति एकक (Unit) आयतन (Volume) से कम जीव भार की उपज
(iv) संदूषण की बहुत अधिक संभावना
(v) जीव भार प्राप्ति Recovery का महँगा होना
(2) तंतुमयी फफूँदी (Filamentous Fungi):
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इनमें निमग्न (Submerged) कल्चर (Culture) के रूप में उद्योगों के बहुशर्करा जल अपघटनी (Poly Sacchharide Hydrolysate) युक्त वहिस्त्रावों (Effluents) जैसे स्टार्च (Starch) जल अपघटनी (Hydrolysed) काष्ठ लुगदी उद्योग के Sulphite Liquor आदि में उगते है ।
इस दशा में ये फूफूंद (Fungi) खमीर (Yeast) की तरह Cells उत्पन्न करते है । या तंतुमय जाल (Filamenous Net) या गुटके (Pellets) बनाते है । इनमें 50-55 प्रतिशत अवशोषित प्रोटीन (Protein) होता है जो सल्फर युक्त एमीनो अम्लों में अपूर्ण होता है ।
Fungi का उपयोग करने में निम्नलिखित समस्याएँ होती है:
(i) बैक्टीरिया (Bacteria) तथा खमीर (Yeast) की तुलना में कम वृद्धि दर (Growth)
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(ii) खमीर तथा बैक्टीरिया द्वारा संदूषण
(iii) उच्च न्यूक्लिक अम्ल अंश (High Nucleic Acid) इसमें 15% RNA को घटाना आवश्यक होता है ।
(iv) माइको टाक्सिन (Mycotoxin) उत्पादन ज्ञात करने के लिए विशेष परीक्षणों की आवश्यकता होती है ।
(v) Nitrogen का एक बडा हिस्सा काइटिन (Chitin) में उपस्थित होता है जो कि उपयोगी नहीं होता है ।
(3) खमीर (Yeast):
Saccromyces एवं Candida का उपयोग औद्योगिक स्तर (Industrial Scale) पर SCP उत्पादन (Production) के लिए किया जाता है । इनके SCP में 55-60 प्रतिशत अशोधित प्रोटीन (Protein) होता है जो कि सल्फर युक्त एमीनो एसिड के लिए अपूर्ण (Deficient) होता है ।
खमीर (Yeast) के SCP में B- समूह के विटामिन (Vitamin) उच्च मात्रा में पाए जाते है । यह मानव एवं पशु आहार के रूप में उपयोग में आता है । बैक्टीरिया द्वारा संदूषण की सम्भावना काफी कम होती है और इनका विलगन अपकेन्द्रण (Centrifugation) द्वार करते है ।
खमीर को SCP के रूप में उपयोग करने में निम्नलिखित समस्याएँ होती है:
(i) बैक्टीरिया (Bacteria) की अपेक्षा कम वृद्धि पर
(ii) उच्च न्यूक्लीक अम्ल अंश 15% तक जिसे घटाना आवश्यक होता है एवं
(iii) सल्फर युक्त एमीनो अम्लों की कमी दूर करने के लिए मेथियोनीन (Methionine) SCP में मिला सकते हैं ।
(4) बैक्टीरिया (Bacteria):
बैक्टीरिया (Bacteria) की कई Species का विभिन्न सब्स्ट्रेटों (Substrates) के उपयोग में SCP उत्पादन (Production) के लिए मूल्यांकन किया गया है । कुछ Species जैसे मेथिलोफिलस मेथिलोट्राफस (Methylophilus Methylotrophus) को मिथेनाल (Methanol) पर उगाकर औद्योगिक स्तर (Industrial Scale) पर SCP का उत्पादन किया जाता है ।
(i) बैक्टीरिया (Bacteria) बहुत प्रकार के सब्स्ट्रेटों का उपयोग कर सकते हैं ।
(ii) इनसे प्राप्त SCP में अशोधित प्रोटीन (Protein) काफी अधिक 80% से अधिक होता है ।
(iii) प्रोटीन (Protein) के पोषक गुणवत्ता उत्तम होती है ।
बैक्टीरिया (Bacteria) के उपयोग में निम्नलिखित समस्याएँ आती है:
(i) उच्च न्यूक्लीक अम्ल अंश 20% जिसे घटाना अनिवार्य होता है ।
(ii) उत्पादन के दौरान जर्महीन (Sterile) दशा बनाए रखना अनिवार्य होता है ।
(iii) रोगजनक (Pathogenic) बैक्टीरिया (Bacteria) से संदूषण का खतरा होता है ।
(iv) Cells का विलगन (Separation) समस्यापूर्ण होता है ।
(v) अंतराविष (Endotoxin) की उपस्थिति ज्ञात करने के लिए सावधानीपूर्वक विशद परीक्षण जरूरी होते हैं । विशेष रूप से ग्रैम अग्राही (Gram Negative) बैक्टीरिया (Bacteria) के संदर्भ में ।