लिपस्टिक कैसे बनाएं? | Are you planning to manufacture lipsticks? Read this article in Hindi to learn about how to manufacture lipsticks.
सौंदर्य प्रसाधनों में सबसे बिक्री लिपस्टिक की होती है, अतः इसका स्थान महत्वपूर्ण हो गया है । लिपस्टिक का प्रयोग न केवल सौंदर्य बढाने के लिए होता है, बल्कि ये होंठों को फटने से रोकती है और उन्हें मुलायम रखती है ।
आज कल इस उद्योग में अच्छा लाभ होता है व साथ-साथ यह कम पूंजी से भी शुरू किया जा सकता हैं लिपस्टिक का वजन लगभग 2 से 3 ग्राम तक होता है । और 250 से 400 बार तक प्रयोग में लाया जा सकता है ।
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मोमों में कुछ मात्रा में तेल में घुलनशील रंग मिलाकर पिघलाकर सांचों में भर लिया जाता है । ठंडा होने पर स्टिक को निकालकर प्लास्टिक एल्युमीनियम के ट्यूब में फिट कर देते हैं ।
लिपस्टिक बनाने की विधि (Manufacturing Process for Lipstick):
इयोसीन अथवा अन्य तेल में घुलशील रंग को अरण्डी के तेल में घोलकर अलग रख लिया जाता है । शेष रचकों को बाटर बाथ पर पिघलाकर यह रंग घोला हुआ तेल मिलाकर बहुत हल्की स्पीड से मिश्रण को चालाया जाता है । इसी समय इसमें कोई उचित सुगन्धि मिलाई जा सकती है ।
अब मिश्रण को गन मैटल या पीतल के बने हुए साँचों में भर दिया जाता है । लिपस्टिक कुछ ही मिन्टों में जम जाती है । अब साँचा खोलकर स्टिकें निकाल ली जाती है और इन्हें ट्यूब में लगा दिया जाता है ।
लिपस्टिक के लिए रंग (Selection of Color for Lipstick):
प्रारम्भ में लिपस्टिकों में केरमाइन रंग का प्रयोग होता था । यह रंग कोचिनील नामक कीडे को सुखाकर उससे प्राप्त किया जाता था, लेकिन यह रंग काफी महंगा होता जा रहा था अतः सस्ते कृत्रिम रंजक ढूँढे गए । अन्य रंजक इसलिए भी आवश्यक हो गए थे क्योंकि लिपस्टिकों के लगभग एक दर्जन शेड़ बाजार में प्रचलित हो गए हैं ।
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भारतीय बाजारों में लिपस्टिक के लिए उचित चार-पाँच रजक सरलता से मिल जाते हैं, जो ये है- इयोसिन, फ्लॉक्सीन और इरिथोसीन । इन रंगों में एसिड इयोसिन, जिसका रासायनिक नाम ब्रोमिक एसिड है, बहुत अधिक प्रयोग किया जाता है ।
यह रंग वैसे देखने में नारंगी का होता है परन्तु होंठों पर लगाने पर स्वयं ही इसका रंग गहरा लाल हो जाता है । एसिड इयोसिन के अतिरिक्त जिरेनियम रेड, रोहडामाइन तथा टीलु सैफेनाइन भी काफी लोकप्रिय हैं ।
लिपस्टिक का सुगन्ध (Selection of Appropriate Fragrance for Lipstick):
लिपस्टिक में सुगन्धि भी अनिवार्य रूप से मिलाई जाती है । सुगन्धि मिलाने से मोमों व अन्य रचकों की प्राकृतिक गंध दब जाती है तथा प्रयोग करने वाले को भी सुगन्धि बड़ी प्रिय लगती है । लिपस्टिकों में सुगन्धि ऐसा मिलाई जानी चाहिए जो होठों पर जलन न डाले । इस दृष्टि से गुलाब, हिना, केवड़ा या खस के इत्र अच्छे रहेंगे । सुगन्धि बहुत कम मात्रा में डालनी चाहिए ।
लिपस्टिक का उत्पादन के लिए अन्य कच्चा माल (Raw Materials Required for Manufacturing Lipsticks):
1. मोम
2. स्टियरिक एसिड
3. स्पर्मासेटी
4. अरण्डी का तेल
5. पेट्रोलेटम
6. लेनोलिन एनहाड्रोस
लिपस्टिक का उत्पादन के लिए मशीन एवं उपकरण (Machines & Equipment Required for Manufacturing):
1. घोल बनाने का पात्र
2. मेल्टिंग टैंक
3. भट्टी
4. मिक्सिंग मशीन
5. साँचा