फेस पाउडर कैसे बनाया जाए? | Are you planning to manufacture face powder? Read this article in Hindi to learn about how to manufacture and produce face powder.
सम्पूर्ण सौंदर्य प्रसाधन समूह में फेस पाउडर का इस्तेमाल निःसंदेह ही सबसे अधिक होता है । सिर्फ स्त्रियां ही नहीं पुरुष भी टैल्कम पाउडर (Talcum Powder) विशेष रूप से मिश्रित फेस पाउडर उपयोग करते हैं ।
फेस पाउडर का निर्माण इस समय कई जानी-मानी कम्पनियों के द्वारा किया जाता है । परन्तु लघु उद्योग में भी इसका उत्पादन सम्भव है । सावधानी बरतने की बात यह है कि पाउडर की गुणवत्ता बरकरार करने के लिए इसके उत्पादन में संघटक, अनुमोदित रंग, एवं अनुक्त सुगंधि का उपयोग करना चाहिए ।
क्योंकि उत्पादित पदार्थ लगातार प्रयोग करने पर भी शरीर के ऊपर किसी प्रकार का कुप्रभाव छलत न डाले । इसके साथ ही स्त्रियों की आकांक्षा को प्रमुखता के साथ ध्यान में रखते हुए उत्पादित करना चाहिए । फेस पाउडर मुख्य वांछित गुणों में पहला है गंध, इसके साथ-साथ उसे बद कर या खुला पैक एवं शरीर पर उपयोग करने पर अधिक से अधिक समय तक उसका गुण स्थायी रहे ।
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दूसरी प्रमुखता उसके रग के उतार-चढ़ाव (Shade) का है । इसके अतिरिक्त उपभोक्ता के स्वीकार्यता (Acceptance) के अनूकूल होने के लिए इसके मुख्य गुण हैं- स्लिप, अढेशन, बारीकता एवं कवरिंग पावर इसे स्पर्श करने में मुलायम होना चाहिए ।
इसे विभिन्न ग्रेड जैसे-लाइट, मीडियम, तथा हेवी में लाइट तथा मीडियम कवरिंग पावर का फेस पाउडर विशेष लोकप्रिय है ।
चूंकि फेस पाउडर का उत्पादन विभिन्न प्रकार के चर्म, जैसे- ड्राई (Dry), सामान्य मोडरेटली ऑयली, अति ऑयली को चुगमता पूर्वक कवर कर सके । क्योंकि शुष्क चर्म से नमी का स्राव बहुत ही सूक्ष्म होता है तथा ऑयल का स्राव भी नग्नय होता है ।
अतः लाइट कवरिंग पाउडर इस प्रकार के चर्म के अनुकूल होता है । उसी प्रकार सामान्य तथा मोडरेट ऑयली चर्म से नमी तथा ऑयली चर्म से नमी तथा ऑयल का स्राव होने अधिक चमकीला दिख पड़ता है । तदनुसार इसके लिए अधिक कवरिंग पावर के फेस पाउडर की आवश्यकता होती है ।
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अत्यधिक ऑयली चर्म जिसका चमकीलापन बहुत अधिक होता है, उसके लिए हैवी कवरिंग पावर फेस पाउडर उपयुक्त होता है । उपयुक्त कवरिंग पावर के अतिरिक्त फेस पाउडर के उत्पादन में उपयुक्त सुगंधि लोकप्रिय रग समूह तथा आकर्षक पैकिंग का प्रावधान होना चाहिए ।
फेस पाउडर की प्राथमिक आवश्यकता उसकी कवरिंग पावर की होती है, ताकि चर्म की सूक्ष्म अपूर्णता को छिपाने में सक्षम हो सके । दूसरी आवश्यकता यह है कि उसे पर्याप्त एडहैसिव होना चाहिए, जिससे कि वह चर्म के सम्पर्क में अधिकतम समय तक रह सके ।
उपयुक्त बातों को ध्यान में रखते हुए फेस पाउडर में निम्न गुण होने चाहिए:
(a) कवरिंग पावर (Covering Power)
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(b) स्लिप (Slip)
(c) एढहैसिवनेस (Adhesiveness)
(d) एबजॉर्पसन (Absorption)
(e) रंग तथा सुगंधि (Colour & Perfume)
फेस पाउडर का निर्माण के लिए अवश्यक्त कच्चा माल (Raw Materials Required for Manufacturing Face Powder):
ऊपर दिये गये रंगों के फॉर्मूले बहुत ही प्रचलित एवं लोकप्रिय हैं लेकिन उनकी शक्ति मिलाये गये रंगों की शक्ति एवं शुद्धता के ऊपर निर्भर करता है ।
वस्तुतः उपर्युक्त सूत्रों से निम्नलिखित तथ्य प्रतिपादित किये जाते हैं:
1. प्रत्येक रंग के टैल्क (Talc) के अलावा सभी संघटकों की मात्राएँ समान हैं ।
2. सम्पूर्ण रंग समूहों में चौंक (Chalk) निश्चित भाज्य है ।
3. किसी दिये गये खास रंग समूह के उत्पादन के लिये रंगों की मात्रा में परिवर्तन पाउडर के भार पर निर्भर नहीं करता है ।
4. यह देखा जाता है कि लाइट पाउडर में जिंक स्टियरेट की मात्रा मीडियम पाउडर से थोड़ा कम होती है । इसका कारण यह है कि अधिक तेलयुक्त चर्म के लिए कम चिपचिपा पाउडर की आवश्यकता होती है ।
5. जिन सूत्रों में जिंक ऑक्कसाइड कवरिंग माध्यम के समान प्रयोग किया जाता है, उनमें टैल्क की मात्रा करीब-करीब निश्चित रहती है ।
निष्कर्ष के तौर पर यह ध्यान देने की आवश्यकता है कि फेस पाउडर के उत्पादन में उच्च क्वालिटी के बारीक तथा सफेद कच्चे माल का प्रयोग करना चाहिए ।
इन उच्च दरजे (High Grade) के कच्चे माल का वर्णन निम्न हैं:
उत्पादन विधि (फेस पाउडर) (Manufacturing Process of Face Powder):
एक उपयुक्त बर्तन में मैगनेशियम कार्बोनेट (MgCO3) या चक का कुछ भाग लेकर उसमें सुगंधि कम्पाउंड मिला लिया जाता है । जब तेल उसमें अवशेषित हो जाये तो मिश्रण को ब्रिस्टिल ब्रश (Bristle Brush) के सहारे हैंड सीव के ऊपर रगड़ा जाता है या पाउडर ब्रश सिफ्टर से होकर पास कराया जाता है ।
सब सुगंधि पूर्ण रूप से मिश्रित हो जाये तो चलाना बद कर दिया जाता है । बचे हुए मैगनेशियम कार्बोनेट या चौंक में भी उपर्युक्त विधि से रंग मिलाकर मिश्रण को एक रूप कर लिया जाता है । इसके बाद अन्य कच्चे माल को निश्चित मात्रा के अनुपात में एक मिक्सर में लिया जाता है ।
इसमें उपयुक्त तैयार किये गये सुगंधि बेस तथा रेग बेस को मिलाकर श्रिण को समरूप बना लिया जाता है ।
उपर्युक्त समरूप किये गये मिश्रण को एक फैन तथा साइक्लोन सैपरेट युक्त मिल में ग्राइंड किया जाता है । इस ग्राइंड किये गये पाउडर को माइक्रोनाइजर के सहारे अपेक्षित माइक्रोन साइज का कर लिया जाता है । एयर स्पिनिंग प्रॉसेस के द्वारा पाउडर को उच्च हवा दबाव पर एक विशेष प्रकार के निर्मित वैसल में चक्रवात गति दी जाती है जिससे पाउडर के कण आपस में अत्यधिक वेग के साथ टकराकर बहुत बारीक कण में परिवर्तित हो जाता है ।
अपेक्षित बारीक कण को एक सिलिंडर से होकर सेन्ट्रीफ्यूगल फोर्स (Centrifugal Force) के सहारे पास किया जाता है । मोटा कण तब तक उस सिलिंडर से होकर नहीं गुजर पाता जब तक कि काफी बारीक नहीं हो जाये । इसे आकर्षक पैकिंग करके मार्केटिंग किया जाता है ।
उपर्युक्त फेस पाउडर बेस फार्मूले की पहले दिये गये फेस पाउडर के फार्मूले से तुलना करने पर यह स्पष्ट हो जाता है कि बेस फार्मूले में किसी रचक की मात्रा परस्पर पाउडर फार्मूले में उस रचक की मात्रा से अधिक होती है । क्योंकि बेस फार्मूले में कुल चाक तथा रंग नहीं होता है । जबकि इसमें कलर बेस को सम्मिलित कर दिया जाता है तो प्रत्येक रचक की प्रतिशत मात्रा इन फार्मूलों में उन रचकों की मात्रा के बराबर हो जायेगा ।
निम्नखिलित कलर बेस बहुत ही संतोष जनक रंग समूह प्रदान करता है:
कलर बेस फार्मूला (Color Base Formula):
मशीनरी और उपकरण [फेस पाउडर] (Machinery & Equipments Required to Manufacture Face Powder):
1. सिफ्टर
2. मिक्सिंग
3. ग्राइण्डिग मिल, फैन तथा साइक्लोन सेपरेटर के साथ
4. माइक्रोनाइजर
5. एट्रीशन मिल, सिलिंडर के साथ