सैद्धांतिक चक्र | Sedimentary Cycle in Hindi,
ऑक्सीजन, नाइट्रोजन तथा कार्बन चक्रों की गैस चक्र की संज्ञा दी जाती है । इन गैस चक्रों के अतिरिक्त पारिस्थितिकी तंत्र में अवसादी चक्र तथा फॉस्फोरस चक्र भी महत्वपूर्ण चक्र है अवसादी चक्र में अवसादों की मुख्य भूमिका है जो विशेषतः जल तथा पवन आदि से प्रभावित होते हैं । अवसादी के अधिकतर थल तथा जल में पाये जाते हैं । केवल कुछ चक्र धूल ही वायुमंडल में मिश्रित रहती है ।
अवसादी चक्र चित्र 1.13 में दिखाया गया है । इस चित्र में दिखाया गया है कि किस प्रकार प्रमुख पौष्टिक अवसादी चक्र स्थान एवं स्वरूप में करते रहते हैं । अवसादी चक्र में शैल्य तथा मृदा के स्वरूपों तथा स्थानों में किस प्रकार रहता है । मृदा में पाये जाने वाले पौष्टिक तत्व पेड-पौधों को उपलब्ध होते हैं जिससे पारिस्थितिकी-तंत्र में संतुलन करने में सहायता मिलती है ।
बहुत-से पौष्टिक पदार्थ सागरों के अवसादों तथा सागरी की तलहटियों में पाये जाते हैं, परंतु इनका अधिकतर भाग जैविक पदार्थों के लिये उपलब्ध नहीं होता है । सागरों से क्लोरीन तथा गंधक इत्यादि सागर से वायुमंडल तथा थलमंडल में प्रवेश करते रहते हैं ।