Read this article in Hindi to learn about the important hotspots of the world.
जैविक-विविधता हॉट-स्पॉट संकल्पना को ब्रिटेन के जीव-विज्ञानी नारमैन मेंयरस ने 1988 में प्रस्तुत किया था ।
नारमैन मेयरस के हॉट-स्पॉट के सीमांकन का आधार निम्नलिखित है:
1. किसी प्रदेश में 1500 स्थानीय प्रजातियाँ पाई जाती हैं जो विश्व की 3,00,000 जीव-जातियों का 0.5 प्रतिशत है ।
ADVERTISEMENTS:
2. किसी प्रदेश में 70 अथवा 70 प्रतिशत से अधिक मूल जैव-जातियाँ नष्ट हो चुकी है ।
3. सागरीय हॉट-स्पॉट के संबंध में मूँगे की चट्टानों, मछलियों, घोंघे आदि को भी सम्मिलित किया गया है ।
विश्व के अधिकतर हॉट-स्पॉट ऊष्ण कटिबंध अथवा अर्ध-ऊष्ण कटिबंध में पाये जाते है । नारमैन मेयरस के अनुसार विश्व में 34 हॉट-स्पॉट हैं जो विश्व के विभिन्न महाद्वीपों में स्थिति है । इन सभी हॉट-स्पॉट पर मानव कार्य-क्रियाओं का प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है ।
विश्व के हॉट-स्पॉट की जैविक-विविधता का वर्णन निम्न में प्रस्तुत किया गया है:
ADVERTISEMENTS:
A. उत्तरी तथा मध्य अमेरिका के हॉट-स्पॉट (Hot Spots of North and Central America):
1. कैलिफोर्निया फ्लोरिस्टिक प्रदेश (California Floristic Province):
संयुक्त राज्य अमेरिका तथा उसके निकटवर्ती प्रदेशों में स्थित यह हॉट-स्पॉट फैला हुआ है । इस हॉट-स्पॉट में भूमध्य सागरीय प्रकार की वनस्पति पाई जाती है जिसके पेड़ों की पत्तियाँ छोटी, मोटी तथा चिकनी होती हैं तथा वृक्षों की जड़ें काफी गहरी होती हैं । जैतून, अंजीर तथा खटटे फलों के वृक्ष इनके उदाहरण हैं ।
2. करैबियन द्वीप समूह हॉट-स्पॉट (Caribbean Island Hot-Spot):
ADVERTISEMENTS:
करैबियन सागर के द्वीप समूह में नाना प्रकार के पारिस्थितिकी तंत्र पाये जाते हैं । यहाँ सागर पर पर्वतीय वनों से लेकर नागफनी एवं काँटेदार झाड़ियाँ मौजूद हैं । इस हॉट-स्पॉट में जंगलों को भारी मात्रा में काटने से पारिस्थितिकी का ह्रास हुआ है ।
3. मैडरियन-पाइन-ओकवन (Madrean Pin-Oak Woodland):
यह हॉट-स्पॉट मैक्सिको के बाजा प्रायद्वीप तथा संयुक्त राज्य अमेरिका के निकटवर्ती प्रदेशों में फैला हुआ है । इस हॉट-स्पॉट की भूमि ऊबड-खाबड तथा कटी-फटी है ।
4. मध्य अमेरिका हॉट-स्पॉट (Middle-America Hot-Spot):
मध्य अमेरिका के मैक्सिको, ग्वाटेमाल, हाण्डरास, सेचाडोर, निकारगुआ, पानामा आदि देशों पर फैला हुआ, यह विश्व का तीसरा सबसे बड़ा हॉट-स्पॉट है । इस प्रदेश में 17,000 प्रकार के पेड-पौधों के अतिरिक्त नाना प्रकार के पशु-पक्षी एवं जीव-जंतु पाये जाते हैं ।
दक्षिणी अमेरिका (South America):
5. अटलांटिक तट पर स्थित ब्राजील के जंगल (Atlantic Forests of Brazil):
विश्व के हॉट-स्पॉट में सबसे अधिक जैविक-विविधता ब्राजील के तटीय जंगल वाले हॉटस्पॉट में पाई जाती है । इस प्रदेश में 20,000 से भी अधिक प्रकार के पेड़-पौधे पाये जाते हैं, जिसमें से 40 प्रतिशत स्थानीय हैं ।
6. ब्राजील का सिराडो प्रदेश (Brazil’s Cerrado):
ब्राजील का सिराडो एक विस्तृत प्रदेश है, जो देश के 21 प्रतिशत क्षेत्रफल पर फैला हुआ है । इस प्रदेश में सवाना घास के मैदान जैसी वनस्पति पाई जाती है जिनमें से स्थानीय पेड़-पौधों एवं जीव-जंतुओं की बहुलता है ।
7. चिली बाल्डीवियन जंगल (Chile Valdivian Forest):
यह हॉट-स्पॉट एंडीज पर्वत, आटाकामा मरुस्थल तथा चिली के तटीय भागों में फैला हुआ है । इसमें स्थानीय पेड-पौधों तथा जीव-जंतुओं की बहुलता है ।
8. टुम्बेस-चोको-मैगडालिना हॉट-स्पॉट (Tumbes Choco Magdalena Hot-Spot):
इस हॉट-स्पॉट में एंडीज पर्वत तथा मध्य अमेरिका की जैविक-विविधता का मिश्रण पाया जाता है ।
9. ऊष्णकटिबंधीय एंडीज (Tropical Andes):
द. अमेरिका के ऊष्ण कटिबंधीय एंडीज पर्वत पर फैले इस हॉट-स्पॉट में भारी जैविक-विविधता पाई जाती है, यद्यपि क्षेत्रफल में यह विश्व का सबसे छोटा हॉट-स्पॉट है, फिर भी इसमें नाना प्रकार के पेड़-पौधे तथा जीव-जंतु पाये जाते हैं ।
B. यूरोप तथा मध्य एशिया (Europe and Central Asia):
10. काकेशस पर्वत हॉट-स्पॉट (Caucasus Region Hot-Spot):
आर्मिनिया, जॉर्जिया तथा अजरबेजान के क्षेत्रों पर फैले इस हॉट-स्पॉट में भारी स्थानीय जैविक-विविधता पाई जाती है । मानव के पर्यावरण से बढते हुये प्रभाव के कारण इस हॉट-स्पॉट की जैविक-विविधता में भारी परिवर्तन आ रहा है ।
11. ईरान-अनातोलिया हॉट-स्पॉट (Irano-Anatolia Hot-Spot):
तुर्की में अनातोलिया के पठार, कुर्दिस्तान (उत्तरी इराक), तथा ईरान के पठार पर फैले इस जैविक हॉट-स्पॉट में भारी जैविक-विविधता पाई जाती है । अधिकतर पेड-पौधे एवं जीव-जंतु स्थानीय मूल के हैं ।
12. भूमध्यसागरीय बेसिन तथा उसके पूर्वी तटीय हॉट-स्पॉट:
इस हॉट-स्पॉट में 22,500 प्रकार के पेड-पौधे तथा जीव-जंतु पाये जाते है, जिनमें से अधिकतर स्थानीय हैं ।
13. मध्य एशिया का पर्वतीय हॉट-स्पॉट (Mountains of Central Asia Hot-Spot):
इस हॉट-स्पॉट में पामीर का पठार, तयानशान पर्वत, हिंदुकुश, कुनलुन पर्वत इत्यादि सम्मिलित हैं । इस हॉट-स्पॉट में भी भारी जैविक-विविधता पाई जाती है ।
C. अफ्रीकी महाद्वीप के हॉट-स्पॉट (Hot-Spots of Africa):
14. द. अफ्रीका अंतरीप का फलोरिस्टिक प्रदेश (South Africa’s Cape Floristic):
वास्तव में यह झाड़ियों का प्रदेश है, जिसमें भारी जैविक-विविधता पाई जाती है ।
15. पूर्वी अफ्रीका का तटीय हॉट-स्पॉट:
द. अफ्रीका के पूर्वी तटीय भाग में बहुत-से जैविक जातियाँ स्थानीय मूल की हैं ।
16. अफ्रीका के पूर्वी पवर्तीय हॉट-स्पॉट:
इस हॉट-स्पॉट में सऊदी-अरब का प्रायद्वीप, यमन, इथोपिया, सोमालिया, तंजानिया तथा जांबिया के पर्वतीय भाग सम्मिलित हैं । ऊष्ण मरुस्थलीय जलवायु के इस प्रदेश में काँटेदार झाड़ियों, नागफनी की बहुलता है । पशु-पक्षी प्रायः रात के समय सक्रिय होते हैं ।
17. प. अफ्रीका का गिनी हॉट-स्पॉट (West Africa Guinea Hot-Spot):
गिनी तट के निचले भागों में विषुवत रेखी सदाबहार जंगल पाये जाते हैं जिनमें भारी जैविक-विविधता है ।
18. अफ्रीकी श्रंग (Horn of Africa Hot-Spot):
सोमालिया के उत्तरी पूर्वी भाग को अफ्रीका श्रंग कहते हैं । इस प्रदेश पर मानव जनसंख्या वृद्धि का जैविक-विविधता पर खराब प्रभाव पड़ा है ।
19. मेडागास्कर हॉट-स्पॉट (Madagascan Hot-Spot):
इस हॉट-स्पॉट में मेडागास्कर के अतिरिक्त हिंद महासागर के बहुत-से द्वीप सम्मिलित हैं । इसकी जैविक-विविधता विश्व प्रसिद्ध है ।
20. मपूतोलैंड-पोडोलैंड हॉट-स्पॉट (Maputoland-Podoland Hot-Spot):
स्वाजीलैड के उत्तर तथा मोजांबिक के दक्षिणी भाग में स्थिति हॉट-स्पॉट में भारी जैविक-विविधता पाई जाती है ।
21. स्कूलैंड-कारू हॉट-स्पॉट (Succuland-Karoo Hot-Spot):
द. अफ्रीका के कारू तथा नामीबिया मरुस्थल में फैले हुये हॉट-स्पॉट में काटेदार झाड़ियाँ तथा नागफनी वनस्पति तथा जीव-जंतुओं में भारी विविधता पाई जाती है ।
D. एशिया प्रशांत महासागर हॉट-स्पॉट (Asia Pacific Hot-Spot):
22. पूर्वी मलीनेशिया हॉट-स्पॉट (East Melanesia Hot-Spot):
न्यूगिनी के उत्तर में स्थिति इस हॉट-स्पॉट में 16,000 से अधिक प्रकार के पेड़-पौधे तथा जीव-जंतु पाये जाते हैं ।
23. हिमालयन हॉट-स्पॉट (Himalayan Hot-Spot):
हिमालियन हॉट-स्पॉट को पहले पूर्वी हिमालय हॉट-स्पॉट के नाम से जाना जाता था । हिमालयन हॉट-स्पॉट में भूटान, नेपाल, भारत तथा पाकिस्तान के हिमालय पर्वतीय भाग सम्मिलित है । विश्व की सबसे ऊँची पर्वतीय शिखरें इसी हॉट-स्पॉट में सम्मिलित हैं । बढ़ती जनसंख्या के कारण हिमालय पर्वत श्रेणी में भारी जैविक ह्रास हुआ है ।
24. इंडो-म्यांमार (बर्मा) हॉट-स्यॉट (Indo Myanmar Hot-Spot):
भारत-म्यांमार तथा बांग्लादेश के चटगाँव पर्वतीय भाग पर फैले हुये इस हॉट-स्पॉट में भारी जैविक-विविधता पाई जाती है । लगभग 2,373,000 वर्ग किमी. पर यह हॉट-स्पॉट फैला हुआ है । पूर्वी हिमालय के पक्षियों को मानचित्र पर दर्शाने से पता चला है कि पूर्वी हिमालय हॉट-स्पॉट में 350 प्रकार के गाने वाले पक्षी पाए जाते हैं जो विश्व की अन्य गाने वाले पक्षियों से बिल्कुल भिन्न हैं इनके अतिरिक्त 163 जीव-जातियाँ असुरक्षित घोषित की गई हैं ।
25. जापान हॉट-स्पॉट (Japan Hot-Spot):
होंशू, क्यूशिव एवं शिकोकू द्वीप समूह पर फैले हॉट-स्पॉट में पतझड़ तथा कोणधारी वनों का मिश्रण पाया जाता है । औद्योगिकीकरण तथा नगरीकरण के कारण इसकी जैविक-विविधता में भारी कमी आई है ।
26. द. पश्चिमी चीन का पवर्तीय हॉट-स्पॉट (Mountains of S.W. China Hot-Spot):
चीन के यन्नान प्रांत के पर्वतीय भाग में ऊँचाई की ओर जाते हुये जैव-विविधता में भारी रंगा-रंगी देखी जा सकती है ।
27. न्यू-केलिडोनिया हॉट-स्पॉट (New Caledonia Hot-Spot):
अपनी जैविक-विविधता के लिए प्रसिद्ध यह हॉट-स्पॉट प्रशांत महासागर के द. भाग में स्थित है ।
28. न्यूजीलैंड हॉट-स्पॉट (New Zealand Hot-Spot):
भारी जैविक-विविधता वाले इस हॉट-स्पॉट में भारी संतुलन पाया जाता है ।
29. फिलिपाइन हॉट-स्पॉट (Philippines Hot-Spot):
यह हॉट-स्पॉट फिलिपाइन के 7000 द्वीपों पर फैला हुआ है ।
30. पोलिनेशिया तथा माइक्रोनेशिया हॉट-स्पॉट (Polynesia and Micronesia Hot-Spot):
जैविक-विविधता का यह हॉट-स्पॉट 4500 द्वीपों पर फैला हुआ है ।
31. द.प. आस्ट्रेलिया हॉट-स्पॉट (S.W. Australian Hot-Spot)
32. इंडोनेशिया-मलेशिया हॉट-स्पॉट (Indonesia Malaysia Hot-Spot)
33. वैलेसिया अथवा पूर्वी इंडोनेशिया हॉट-स्पॉट (Wallace or East Indonesia Hot-Spot)
34. भारत की पश्चिमी घाट एवं श्रीलंका हॉट-स्पॉट (Western Ghats and Sri-Lanka Hot-Spot):
इस हॉट-स्पॉट को UNESCO की सूची में जुलाई 1912 को सेंट पीटरसबर्ग की कांग्रेस में सम्मिलित किया गया । तापी नदी से लेकर श्रीलंका तकफैल इस हॉट-स्पॉट की टोपोग्राफी जलवायु, जल-प्रवाह, प्राकृतिक वनस्पति तथा जीव जंतुओं में भारी विविधता पाई जाती है ।
इस प्रदेश में 15000 प्रकार के फूल वाले पौधे पाये जाते हैं । नाना प्रकार के रेंगने वाले जीव-जंतु तथा जल-स्थलचर यहाँ पाये जाते हैं । तीव्र औद्योगिकरण एवं नगरीकरण के कारण प्रदेशों में जैविक-विविधता प्रभावित हो रही है ।