मनोरंजन के हाईटेक साधन पर निबंध! Here is an essay on ‘Mediums of Entertainment’ in Hindi language.

एक समय था जब मनोरंजन के लिए लोग शिकार खेला करते थे । सभ्यता में विकास के बाद दूसरे खेल लोगों के मनोरंजन के साधन बनें । आज भी खेल मनोरंजन के प्रमुख साधन हैं, किन्तु आजकल खेलों को प्रत्यक्ष रूप से देखने के बजाय किसी इलेक्ट्रानिक माध्यम से इसे देखने बालों की संख्या बड़ी है । इस समय टेलीविजन, रेडियो, कम्प्यूटर एवं इण्टरनेट मनोरंजन के प्रमुख एवं हाईटेक साधन हैं ।

आइए, मनोरंजन के इन हाईटेक साधनों के बारे में विस्तार से जानते हैं:

i. टेलीविजन:

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टेलीविजन आजकल लोगों के मनोरंजन का एक प्रमुख साधन बन चुका है । इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि टेलीविजन पर हर आयु वर्ग के लोगों के लिए कार्यक्रम मौजूद हैं । गृहिणियां कुकिंग सहित सास-बहुओं पर आधारित टीवी शो देख सकती हैं ।

बच्चे कार्टून कार्यक्रम सहित तमाम तरह के गीत-संगीत पर आधारित रियलिटी शो देख सकते हैं । पुरुष न्यूज़ चैनलों के साथ-साथ क्रिकेट मैचों का प्रसारण देख सकते हैं । बुजुर्ग लोग समाचारों, धारावाहिकों के अलावा धार्मिक चैनलों पर सत्संग एवं प्रवचन का आनन्द ले सकते हैं ।

ii. रेडियो:

आधुनिक काल में रेडियो मनोरंजन का एक प्रमुख साधन बनकर उभरा है । रेडियो पर गीत-संगीत के अलावा सजीव क्रिकेट कमेण्टरी श्रोताओं को आनन्दित करती है, परन्तु जब से एफएम चैनलों का पदार्पण भारत में हुआ है रेडियो की उपयोगिता और बढ़ गई है ।

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आजकल लोग मोबाइल फोन के माध्यम से विभिन्न एफएम स्टेशनों को सुनने का आनन्द उठाते हैं । रेडियो मिर्ची, रेड एफएम, रेडियो सिटी, रेडियो म्याऊँ इत्यादि चर्चित एफएम स्टेशन है । ये श्रोताओं का भरपूर मनोरंजन कर रहे हैं ।

आज एफएम प्रसारण दुनियाभर में रेडियो प्रसारण का पसन्दीदा माध्यम बन चुका है । इसका एक कारण इससे उच्च गुणवत्तायुक्त स्टीरियोफोनिक आवाज की प्राप्ति भी है । शुरूआत में इस प्रसारण की देशभर में कबरेज केवल 30% थी, किन्तु अब इसकी कवरेज बढ़कर 60% से अधिक तक जा पहुँची है ।

iii. कम्प्यूटर एवं इण्टरनेट:

आधुनिक मनोरंजन के साधनों में कम्प्यूटर एवं इण्टरनेट का स्थान अग्रणी है । भारतीय युवाओं में इनका प्रयोग तेजी से बढ़ा है । इण्टरनेट को तो कोई जादू, कोई विज्ञान का चमत्कार, तो कोई ज्ञान का सागर कहता है ।

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आप इसे जो भी कहिए, किन्तु इस बात में कोई सन्देह नहीं कि सूचना-क्रान्ति की देन यह इण्टरनेट न केवल मानव के लिए अति उपयोगी साबित हुआ है, बल्कि संचार में गीत एवं विविधता के माध्यम से इसने दुनिया को बिल्कुल बदलकर रख दिया है ।

इण्टरनेट ने सरकार, व्यापार और शिक्षा को नए अवसर दिए हैं । सरकारें अपने प्रशासनिक कार्यों के संचालन, विभिन्न कर प्रणाली, प्रबन्धन और सूचनाओं के प्रसारण जैसे अनेकानेक कार्यों के लिए इण्टरनेट का उपयोग करती हैं ।

कुछ वर्ष पहले तक इण्टरनेट व्यापार और वाणिज्य में प्रभावी नहीं था, लेकिन आज सभी तरह के विपणन और व्यापारिक लेन-देन इसके माध्यम से सम्भव हैं । इण्टरनेट पर आज पत्र-पत्रिकाएँ प्रकाशित हो रही हैं, रेडियो के चैनल उपलब्ध हैं और टेलीविजन के लगभग सभी चैनल भी मौजूद हैं ।

इण्टरनेट के माध्यम से मीडिया हाउस ध्वनि और दृश्य दोनों माध्यम के द्वारा ताजातरीन खबरें और मौसम सम्बन्धी जानकारियाँ तक आसानी से पहुंचा रहा है । नेता हो या अभिनेता, विद्यार्थी हो या शिक्षक, पाठक हो या लेखक, वैज्ञानिक हो या चिन्तक, सबके लिए इण्टरनेट उपयोगी साबित हो रहा है ।

iv. सिनेमा:

बात मनोरंजन के आधुनिक साधनों की हो या पूर्व साधनों की, यह सिनेमा के बिना अधूरी है । सिनेमा पहले भी लोगों के मनोरंजन का एक शक्तिशाली माध्यम था और आज भी है ।

आज पारिवारिक एवं हास्य से भरपूर फिल्में दर्शकों का स्वस्थ मनोरंजन कर रही है । एक व्यक्ति तनावपूर्ण वातावरण से निकलने एवं मनोरंजन के लिए सिनेमा का रुख करता है ।

हालांकि वर्तमान समय में बहुत-सी फिल्में हिंसा एवं अश्लीलता का भौण्डा प्रदर्शन भी करती हैं, किन्तु इन जैसी खामियों को दरकिनार कर दें, तो सिनेमा दर्शकों का स्वस्थ मनोरंजन ही करते हैं । अभिनेता शाहरुख खान के शब्दों में- ”भारत में सिनेमा सिर्फ मनोरंजन के तौर पर नहीं देखा जाता, बल्कि सिनेमा देखना यहाँ जीने का तरीका है ।”

इस प्रकार देखा जाए, तो मनोरंजन के इन सभी हाईटेक साधनों से न सिर्फ हमारा मनोरंजन होता है, बल्कि ये हममें ज्ञान का विस्तार करने में भी सहायक हैं । इनकी सहायता से हम कठिन-से-कठिन विषयों को भी बड़ी सुगमता के साथ कम समय में ही ठीक प्रकार से समझ लेते हैं ।

अत: हमें जीवन की एकरसता दूर करने व मानसिक स्फूर्ति प्रदान करने हेतु मनोरंजन के तौर पर सीमित प्रयोग के साथ-साथ इन साधनों का प्रयोग अपने ज्ञान-विज्ञान को परिष्कृत किए जाने में करना चाहिए, तभी हम इसका अधिकाधिक लाभ ले सकेंगे और तब ये साधन हमारे लिए वरदान साबित होंगे ।

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