Here is an essay on ‘South Africa’ especially written for school and college students in Hindi language.
अफ्रीका महाद्वीप के सबसे दक्षिण में स्थित यह देश एक प्रायद्वीप है, जिसके पूर्व में हिन्द महासागर और पश्चिम में अटलांटिक महासागर है । इसका सबसे दक्षिणी छोर ‘उत्तम आशा अंतरीप’ (Cape of Good Hope) कहलाता है ।
यह देश उच्च पठार है, जिसकी ऊँचाई पूर्व से पश्चिम की ओर घटती गई है । पूर्वी उच्च भाग ‘ड्रैकेसबर्ग पर्वत’ कहलाता है । इसकी ढाल पूर्व में काफी तेज व सीढ़ी के समान है । यह ‘वाल’ और ‘ऑरेंज’ नदी का उद्गम स्थान भी है ।
दक्षिण अफ्रीका कोष्ण शीतोष्ण कटिबंध में स्थित है और तीन ओर से समुद्र से घिरे होने के कारण यहाँ की जलवायु शीतल तथा मृदुल है । साथ ही पश्चिमी तट के साथ ठंडी जलधारा (बेंगुएला धारा) बहने के कारण यहाँ की जलवायु और भी शीतल है ।
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तटीय भागों को छोड़कर देश के शेष भागों में वर्षा अधिक नहीं होती है । वर्षा की मात्रा दक्षिण से उत्तर की ओर तथा पूर्व से पश्चिम की ओर घटती जाती है ।
देश के अधिकांश इलाके में वर्षा ग्रीष्म ऋतु में होती है, किन्तु दक्षिण-पश्चिमी भाग में जाड़े में वर्षा होती है, जिसका प्रमुख कारण अटलांटिक महासागर से चलने वाली पछुआ पवन है । शीतोष्ण कटिबंधीय जलवायु के कारण पूर्व के उच्च पठार में मुलायम घास का क्षेत्र ‘वेल्ड’ मिलता है । यह उपजाऊ भूमि है । मक्का यहाँ की मुख्य फसल है ।
वेल्ड प्रदेश को ‘मक्का त्रिभुज’ भी कहा जाता है । गेहूँ और जई अन्य प्रमुख फसलें हैं । यहाँ की मेरिनो भेड़ अच्छी किस्म के ऊन के लिए विख्यात है । ऊन निर्यात में आस्ट्रेलिया के बाद इसका विश्व में दूसरा स्थान है । यहाँ के खनिज उत्पादन में सोना और हीरा विश्व प्रसिद्ध है, जिसके उत्पादन में दक्षिण अफ्रीका विश्व में प्रथम स्थान रखता है ।
‘विटवाट्र्सरैंड की पहाड़ी’ में स्थित ट्रांसवाल क्षेत्र सोना उत्पादन के लिए विख्यात है । जोहान्सबर्ग यहाँ का ‘स्वर्णनगर’ कहलाता है । विश्व में सबसे अधिक सोना यहाँ की खानों से निकाला जाता है । ‘किम्बरले’ हीरे की खानों का विश्वप्रसिद्ध केन्द्र है । इसे ‘डायमंड सिटी’ कहा जाता है ।
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क्रोमियम, मैंगनीज, तांबा, यूरेनियम, प्लैटिनम, एस्बेस्टस और कोयला यहाँ के अन्य खनिज हैं, जिनका उत्पादन कर निर्यात कर दिया जाता है । दक्षिण अफ्रीका विश्व के 90% क्रोमियम का उत्पादन करता है ।
खनन यहाँ के लोगों का सबसे महत्वपूर्ण काम है । लोहा और इस्पात उद्योग इस देश के प्रमुख उद्योग हैं । जोहान्सबर्ग दक्षिण अफ्रीका का सबसे बड़ा नगर है, जो खनन, व्यापारिक और औद्योगिक केन्द्र हैं ।
यहाँ हाल ही में प्रथम ‘भारतीय अध्ययन केन्द्र’ स्थापित किया गया है । प्रिटोरिया, दक्षिण अफ्रीका की ‘प्रशासनिक राजधानी’ थी, जिसका नया नामकरण ‘त्शवाने’ (Tshwane) कर दिया गया है । दक्षिण अफ्रीका की ‘वैधानिक राजधानी’ केपटाउन व ‘न्यायिक राजधानी’ ब्लौम्फॉन्टेन है । ‘केपटाउन’ इस देश का सबसे बड़ा प्रमुख पत्तन है । डरबन और पोर्ट एलिजाबेथ इस देश के दो अन्य प्रमुख पत्तन हैं ।