Read this article in Hindi to learn about the meaning and types of food additives.

खाद्य योज्य का अर्थ (Meaning of Food Additives):

हमारे खाद्य तंत्र में क्रांतिकारी पारवर्तन हुए है । पूरी तरह से नये अनाजों सुखद खाद्य (Convenience Food), संविरचित खाद्य (Fabricated Food) और विशेष आहारी खाद्य (Dietary Food) ने हमारे बनिये की दुकान भर दी है । परम्परागत खाद्य के अलावा, कई उन्नत खाद्य हैं जैसे विटामिन से बलीत दुग्ध, ब्रेड (Bread) पुनः स्थापित विटामिन और खनिजों के साथ और अच्छे रंग, स्वाद और बनावट के साथ डीब्बाबंद उत्पाद (Cannel Food) ।

राष्ट्रों को पोषण बडे, औद्योगीक खाद्य तंत्र द्वारा होता है । किन्तु, यह विशाल खाद्य तंत्र सारी चुनौतियों का जैसे स्थूल खाद्य उत्पादन, प्रक्रमण, संग्रह, शोधन, हस्तन, आगमन, शोधन, पाकक्रिया, मिश्रण तापन और संवेष्टन का बिना रासायनिक भोज्यों के उपयोग के सामना नहीं कर सकता ।

ये रासायनिक खाद्य भोज्य आविषालु संकटों और स्वास्थ्य खतरें से जुड गए हैं । कई रूढ़ी योज्य जैसे डाइशीलस्टीलबेस्ट्रोस (Diethyestilbestrols) (DES), साइक्लामेट (Cyclamate), सेफरोल (Safrole) पर पहले ही पाबंदी लगा दी गई है और कई जैसे सेकेरीन (Saccharin), मोनोसोडियम ग्लूटामेट (Monosodium Glutamate), नाइट्राइट, नाइट्रेट BVO इत्यादि गम्भीर खोजों के अंतर्गत है ।

ADVERTISEMENTS:

खाद्य योज्य की परिभाषा है ”मूल खाद्य पदार्थ के बजाय तत्व या तत्वों का मिश्रण, जो उत्पादन, प्रक्रमण, संग्रह या संवेष्टन को किसी छवि के फलस्वरूप खाद्य में उपस्थित हों ।”

परन्तु इसके अतिरिक्त भोज्य पदार्थों में विभिन्न प्रकार की विकृतयीं और Contaminated क्रियाएँ आदि उत्पन्न हो जाती है या फिर भोज्य पदार्थ में विभिन्न प्रकार की मिलावट करके पैक करना और उससे विभिन्न प्रकार के रोग उत्पन्न होने की संभावना उत्पन्न होती है ।

अच्छा भोजय पदार्थ आम जनता को मिले जो स्वास्थ्यवर्धक हो । इसके अतिरिक्त भोज्य पदार्थ में जो परिरक्षक का उपयोग किया जाता है तथा सूक्ष्मजीव उत्पन्न हो जाते हैं जो Food Unhygienic कर देते है । इनके उपयोग से मनुष्यों में विभिन्न बीमारियाँ फैल जाती हैं ।

वर्तमान समय में शिकायतें आती है कि Foods में Colour मिलावट आदि होती है । इसे Food Adulteration कहते हैं । इनसे बचने के लिए विभिन्न प्रकार की Organization है व Foods के लिए विभिन्न नियम बने ।

ADVERTISEMENTS:

ये जब मिलावट, Food की खराबी आदि को रोकने के लिए बनाई गई है जिससे भोज्य पदार्थ स्वास्थ्यवर्धक रहे और सभी को सभी प्रकार का भोजन प्राप्त हो सके जिससे स्वास्थ्य सही रहे । इसके विभिन्न प्रकार के Foods प्रभाव डालने वाले रसायन भी होते है । इन भोज्य पदार्थों की जाँच के लिए संस्थाएँ स्थापित की गई है ।

खाद्य भोजन के प्रकार (Types of Food Additives):

खाद्य योज्य के तीन मुख्य प्रकार होते हैं:

(1) प्रत्यक्ष या स्वेच्छा (Direct or Intentional):

ये निश्चित कार्य करवाने हेतु विचार कर जोडे जाते है । इसके अंतर्गत सुरुचित, सुरुचिक वृद्धक, परिरक्षक (Preservatives), पायसीकारक (Emulsifies), कृत्रिम मीठा करने वाला (Artificial Sweetners), विटामिन रंग, प्रति केकन सम्मिश्र (Anti-Caking Compounds), प्रतिफेनक कारक (Anti-Foaming Agents), इत्यादि आते है ।

ADVERTISEMENTS:

(2) अप्रत्यक्ष या आपाती (Indirect or Incidental):

यह उत्पादन प्रक्रमण संग्रह या सवेष्टन के स्व अवस्थाओं के फलस्वरूप स्व अंशों में खाद्य में उपस्थित खेता है । इसके अंतर्गत उर्वरक, पीडकनशियों इत्यादि के अवशेष और भारी धातुओं तथा अन्य आविष जो जगह बदलते हैं आते हैं ।

(3) प्राकृतिक रूप से उपस्थित (Indirect or Incidental):

यह प्रक्रमण परिस्थतियों उपापचयी अभिक्रियाओं और अप्रत्याशित रासायनिक संयुक्तो के फलस्वरूप उत्पन्न होते हैं । इसके अंतर्गत सेफ्रोल और संबन्धित सम्मिश्र तथा संदूषक जैसे एफलाटॉक्सिन (Aflatoxin) इत्यादि आते हैं । प्रत्यक्ष योज्य संश्लेषित किए जा सकते है या प्राकृतिक स्त्रोतों से व्यूत्पन्न किए जाते हैं । उदाहरण के लिए, बैंड में प्रयुक्त लेसीथीन सोयाबीन और मक्का से निष्कर्षित किया जाता है ।

वेनीलिन (Vanillin), सुगन्धित स्वाद कारक संश्लेषित होता है । विटामिन मनुष्य निर्मित हैं । अप्रत्यक्ष योज्य में कृषि रसायनों (उर्वरक, पीड़कनाशी, भोज्य एड़जुकेट औषध) के अवशिष्ट के अतिरिक्त, पादप (जैसे सीसा), मशीनरी, उपापचयी और चीनी मिट्टी के बर्तन टिन और अन्य बर्तन से भारी धातुओं के अंश आते हैं ।

प्रमुख खाद्य पैकिंग पदार्थ – काँच, धातु, कागज, प्लास्टिक और पुनर्योजित सेलुलोस – में लगभग 5000 रसायन संपर्क द्वार खाद्य संदूषित करते हैं । कई कारक हैं जो खाद्य योज्य के विकास और उपयोग से बढावा देते हैं । ये कारक हैं – जनसंख्या, नगरीकरण, मजदूर मूल्य, जन स्वास्थ्य संबंध, विशेष आहार, उन्नत खाद्य, पूरे वर्ष ताजा खाद्य और सुरुचि, मानवजातीय और हल्का खाद्य ।