Read this article in Hindi to learn about the four main spheres of the earth. The spheres are are:- 1. वायुमंडल (Atmosphere) 2. जलमंडल (Hydrosphere) 3. थलमंडल (Lithosphere) 4. जीवमंडल (Biosphere).
पृथ्वी के धरातल पर चार मंडल (थलमंडल, वायुमंडल, जलमंडल तथा जीवमंडल) पाये जाते हैं । यह चारों मंडल एक-दूसरे के संपर्क में आते हैं, तीनों अजैविक मंडल एक-दूसरे के संपर्क से जैविकमंडल को जन्म देते हैं । उपरोक्त चारों मंडल एक-दूसरे पर आश्रित हैं तथा एक-दूसरे को प्रभावित करते हैं ।
1. वायुमंडल (Atmosphere):
वायुमंडल, पृथ्वी को घेरे हुए, गंधहीन, स्वादहीन, रंगहीन गैसों, धुल और वाष्प की एक पतली परत है जो पृथ्वी को चारों ओर से घेरे हुए है । वायुमंडल की ऊँचाई सागर स्तर से 480 किलोमीटर ऊँचाई तक मानी जाती है । वायुमंडल गुरुत्व द्वारा पृथ्वी के चारों ओर रुका हुआ है । वायुमंडल मुख्य रूप से गैसों का मिश्रण है ।
गैसों के आधार पर वायुमंडल को दो भागों में विभाजित किया जा सकता है:
ADVERTISEMENTS:
(i) विषममंडल तथा
(ii) सममंडल
(i) विषममंडल:
विषममंडल में गैसों का मिश्रण समान नहीं है । विषममंडल लगभग 80 किलोमीटर की से 480 कि॰मी॰ तक पाया जाता है ।
ADVERTISEMENTS:
(ii) सममंडल:
सममंडल सागर स्तर से 80 कि॰मी॰ की ऊँचाई तक पाया जाता है । सममंडल में गैसों का मिश्रण लगभग एकसमान रहता है ।
वायुमंडल की प्रमुख गैस निम्न प्रकार हैं:
(i) नाइट्रोजन:
ADVERTISEMENTS:
वायुमंडल में नाइट्रोजन की मात्रा 78.084 प्रतिशत है । नाइट्रोजन अन्य पदार्थों के साथ सुगमता से मिल नहीं पाती ।
(ii) ऑक्सीजन:
वायुमंडल में ऑक्सीजन की मात्रा 20.947 प्रतिशत है । यह नाइट्रोजन की तुलना में अधिक सक्रिय रहती है । जीवित ऊतकों को भोजन की ऊर्जा में बदलने के लिए ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है । वायुमंडल में कार्बन-डाइ-ऑक्साइड की मात्रा 00.031 प्रतिशत है । इनके अतिरिक्त निओन, हीलियम, मिथेन, क्रिपटोन तथा हाइड्रोजन तथा जीनोन इत्यादि गैस पाई जाती है ।
2. जलमंडल (Hydrosphere):
धरातल पर पाये जाने वाला कुल खारा व मीठा जल, वायुमंडल अथवा हाइड्रोस्फियर कहलाता है । सागरों में पाए जाने वाला जल खारा जल एवं झीलों, नदियों आदि में पाए जाने वाला जल मीठा जल कहलाता है । थल, जल तथा वायुमंडल में किसी-न-किसी मात्रा में जल पाया जाता है, परंतु जल की सबसे अधिक मात्रा सागरों तथा महासागरों में पाई जाती । जल का स्वरूप तरल, ठोस (हिम) तथा वाष्प के रूप में पाया जाता है ।
भूमंडल के 71% भाग पर जल फैला हुआ है तथा शेष लगभग 29% पर थल है । जलमंडल का 97.3 प्रतिशत भाग सागरों तथा महासागरों में है । उत्तरी गोलार्द्ध की अपेक्षा दक्षिणी गोलार्द्ध में जल की मात्रा अधिक है इसलिए दक्षिणी गोलार्द्ध को प्रायः जल-गोलार्द्ध भी कहते हैं । शेष 2.7 प्रतिशत जल धरातल पर है, जिसका अधिकतर भाग हिम के रूप में है । थल पर पाए जाने वाला शेष जल नदियों, झीलों, भूगृत जीव तथा मृदा में पाया जाता है ।
3. थलमंडल (Lithosphere):
भूपटल जो शैल्य का बना हुआ है। थलमंडल कहलाता है । थलमंडल की मोटाई महाद्वीपों तथा महासागरों के नीचे भिन्न-भिन्न है । सामान्यतः महाद्वीपों के नीचे भूपटल की मोटाई, लगभग 35 किलोमीटर तथा महासागरों के नीचे लगभग पाँच किलोमीटर है । भूपटल अथवा थलमंडल पर तैर रहा है ।
4. जीवमंडल (Biosphere):
जिस स्थान पर वायुमंडल, जलमंडल तथा स्थलमंडल मिलते हैं उसे जीवमंडल कहते हैं । दूसरे शब्दों में, जीवमंडल वह क्षेत्र (स्थान) है जहाँ जैविक तथा अजैविक मंडलों की पारस्परिक प्रक्रिया होती है । बायोस्फियर को इकोस्फियर भी कहते हैं ।