Read this article in Hindi to learn about:- 1. कुलेंट के परिचय (Introduction to Coolant) 2. कुलेंट के प्रकार (Types of Coolant) 3. प्रयोग की विधियां (Methods of Uses).
कुलेंट के परिचय (Introduction to Coolant):
वर्कशाप में जब मशीनों पर कार्य किया जाता है तो जॉब को बनाने के लिए जब कटिंग टूल्स का प्रयोग किया जाता है तो घर्षण के कारण जॉब और टूल्स गर्म हो जाते हैं । इनको ठंडा करने के लिए जो पदार्थ प्रयोग में लाया जाता है उसे कुलेंट कहते हैं ।
उपयोग:
कुलेंट के प्रायः निम्नलिखित उपयोग होते हैं:
ADVERTISEMENTS:
i. कार्य क्रिया करते समय जॉब को ठंडा करने के लिए ।
ii. कार्य क्रिया करते समय टूल के कटिंग ऐज को ठंडा करने के लिए ।
iii. टूल की हार्डनैस और टेम्पर बनाए रखने के लिए ।
iv. कटिंग चिप्स को माफ करने के लिए ।
ADVERTISEMENTS:
v. जॉब पर अच्छी फिनिश लाने के लिए ।
vi. अधिक स्पीड पर कार्यक्रिया करने के लिए ।
vii. मशीन और जॉब को जंग लगने से बचाने के लिए ।
viii. अधिक उत्पादन के लिए ।
कुलेंट के प्रकार (Types of Coolant):
ADVERTISEMENTS:
(a) हवा:
हवा कुलेंट का कार्य करते हैं जैसे मोटरों के साथ या इंजनों के साथ पंखे फिट कर दिये जाते हैं जिससे जब पंखे घूमते हैं तो हवा देते रहते है और मोटर को ठंडा रखते हैं । इसके अतिरिक्त कास्ट ऑयरन पर ड्रिलिंग करते समय कंप्रेस्ड ऐअर का प्रयोग किया जाता है ।
(b) कटिंग कम्पाउंड:
कार्य क्रियाएं करते समय कई प्रकार के कटिंग कम्पाउंड प्रयोग में लाये जाते हैं जिनमें सोल्युबल ऑयल मुख्य है । इसको पानी में प्रायः 1:20 के अनुपात अर्थात् 20 भाग पानी में एक भाग सोल्युबल ऑयल मिलाकर घोल बनाया जाता है । इसका रंग दूध के समान सफेद हो जाता है ।
(c) कटिंग ऑयल:
कार्यक्रियाएं करते समय कई प्रकार के तेल भी कुलेंट की तरह प्रयोग में लाए जाते हैं जिनमें लार्ड ऑयल मुख्य है । कभी-कभी कार्य के अनुसार मिट्टी का तेल और तारपीन का तेल भी प्रयोग में लाया जाता है । कटिंग तेल का प्रयोग करने से कटिंग टूल की धार बनी रहती है और जॉब पर अच्छी फिनिश आती है ।
कुलेंट के प्रयोग की विधियां (Methods of Uses of Coolant):
प्रायः निम्नलिखित विधियों से कुलेंट को प्रयोग में लाया जाता है:
(I) कैन द्वारा:
इस विधि में कुलेंट को एक कैन में डालकर प्रयोग में लाया जाता है । कार्यक्रिया करते समय कुलेंट को कैन की सहायता से आवश्यकतानुसार प्रयोग में लाया जा सकता है ।
(II) पम्प द्वारा:
यह विधि प्रायः आधुनिक मशीनों पर प्रयोग में लाई जाती हैं । इसमें कुलेंट का टैंक मशीन के साथ फिट रहता है जिसमें एक पंप लगा दिया जाता है । पंप को बिजली से चलाया जाता है तो वह कुलेंट को भी चलाता है जिससे कार्यक्रिया करते समय आवश्यकतानुसार कुलेंट का प्रयोग किया जा सकता है ।