Read this article in Hindi to learn about:- 1. हाथ द्वारा टैपिंग की विधि (Methods of Hand Tapping) 2. टैप टूटने के कारण (Causes for Breakage of Tap) 3. सावधानियां (Precautions).
हाथ द्वारा टैपिंग की विधि (Methods of Hand Tapping):
हैंड टैपिंग करते समय निम्नलिखित कार्य विधि का प्रयोग करना चाहिये:
1. जॉब में टैप के साइज के अनुसार सही साइज का ड्रिल होल कर लेना चाहिये और ध्यान रखना चाहिये कि ड्रिल होल बिल्कुल सीधा है ।
2. जॉब को बेंच वाइस में अच्छी तरह से बांध लेना चाहिये और ध्यान रखना चाहिये कि किया हुआ ड्रिल होल वाइस जॉस के लंबवत् है ।
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3. टेपर टैप को टैप रैंच में अच्छी तरह से पकड़ लेना चाहिये ।
4. टैप को ड्रिल होल में रखकर दो या तीन चक्कर घुमाने चाहिये । फिर टैप रैंच को निकालकर ट्राई स्क्वायर से चैक कर लेना चाहिए कि टैप जॉब की सरफेस 90° में टैपिंग कर रहा है कि नहीं । चैकिंग करने के बाद टैप को पुन: टैप रैंच में पकड़ लेना चाहिये ।
5. यदि टैप जॉब की सरफेस से 90° में टैपिंग न कर रहा हो तो टैप को सीधा करके टैपिंग करनी चाहिये ।
6. टैपिंग करते समय टैप का आधा चक्कर आगे और एक चौथाई चक्कर पीछे चलाना चाहिये । जिससे चिप्स टूट कर बाहर निकल जाते हैं ।
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7. टैपिंग करते समय जॉब की धातु के अनुसार सही लूब्रिकेंट का प्रयोग करना चाहिये ।
8. टेपर टैप (I Tap) के द्वारा पूरी चूड़ियां काटने के बाद मीडियम टैप (II Tap) का प्रयोग करना चाहिये और बाद में बाटमिंग टैप (III Tap) चलाना चाहिये जिससे चूड़ियां अच्छी तरह से फिनिश हो जायेगी ।
ब्लाइंड होल टैपिंग:
ब्लाइंड होल में टैपिंग करते समय बहुत ही सावधानी रखनी पड़ती है ।
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इसलिये ब्लाइंड होल में टैपिंग करते समय निम्नलिखित बातों को ध्यान में रखना चाहिये:
1. ब्लाइंड होल में टैपिंग करते समय टेप को बार-बार निकालते रहना चाहिये जिससे कटे हुए चिप्स बाहर निकलते रहें ।
2. ब्लाइंड होल में टैपिंग करते समय सुराख की गहराई के अनुसार टैप पर निशान लगा देना चाहिये जिससे टैपिंग करते समय वास्तविक गहराई का पता लगता रहता है और टैप टूटने से बच जाता है ।
3. ब्लाइंड होल में टैपिंग करते समय बाटमिंग टैप का प्रयोग किया जाता है । जिससे सुराख के तले तक पूरी चूड़ियां काटी जा सकती हैं ।
4. थ्रेडस को परिशुद्धता में चैंक करने के लिए थ्रेड प्लग गेज या एक बोल्ट का प्रयोग करना चाहिये । यदि थ्रेड ठीक होगी तो थ्रेड प्लग गेज या बोल्ट आसानी से थ्रेड में प्रवेश कर जाऐंगे ।
5. यदि होल में थ्रेड सही नहीं कटी हैं तो थ्रेड प्लग गेज या बोल्ट आसानी से थ्रेड में प्रवेश नहीं कर पाते । इसके लिये सेंकड टैप का प्रयोग करके पहले कटी थ्रेड्स की चेजिंग कर लेनी चाहिए ।
टैप टूटने के कारण (Causes for Breakage of Tap):
टैपिंग करते समय टैप टूटने के निम्नलिखित कारण हो सकते हैं:
i. टैप के साइज के अनुसार किया हुआ सुराख छोटा होना ।
ii. टैपिंग करने के लिये किया हुआ सुराख टेपर में होना ।
iii. टैपिंग करते समय टैप पर अधिक दबाव डालना ।
iv. टैपिंग करते समय अधिक बड़े या छोटे टैप रैंच का प्रयोग करना ।
v. टैप के कटिंग टीथ का घिस जाना ।
vi. जॉब को बैंच वाइस में ठीक से न बांधना ।
vii. टैपिंग करते समय टैप का आधा चक्कर आगे और एक चौथाई पीछे न घुमाना ।
viii. ब्लाइंड होल में टैपिंग करते समय चिप्स साफ न करना ।
ix. टैपिंग करते समय लूब्रिकेंट का प्रयोग न करना ।
x. टैपिंग करते समय टैप सेट के तीनों टैपों को क्रम से प्रयोग में न लाना ।
टूटे हुए टैप को निकालने की विधियां:
टैपिंग करते समय यदि टैप जॉब में टूट जाये तो निम्नलिखित विधियों से टूटे हुए टैप को निकाला जा सकता है:
1. यदि टैप जॉब की सरफेस से कुछ ऊपर से टूटा है तो टूटे हुए टैप को राउंड नोज प्लायर से पकड़ कर निकाला जा सकता है ।
2. यदि टैप जॉब की सरफेस से ही टूट गया है तो टूटे हुए टैप को पंच व हथौड़ी की चोट लगाकर निकाला जा सकता है ।
3. यदि टैप जॉब की सरफेस से नीचे टूट गया है तो टूटे हुए टैप को जॉब के साथ गर्म करके एनीलिंग विधि से टैप को मुलायम कर लेने के बाद टैप में छोटे साइज का सुराख करके स्टड एक्सट्रैक्टर की सहायता से निकाला जा सकता है ।
4. सुराख में तेजाब डालकर ।
5. अल्ट्रा-वायलेट रे कटिंग का प्रयोग करके ।
स्टड एक्सट्रैक्टर:
यह देखने में टैप जैसा होता है परंतु अंतर केवल इतना होता है कि यह टेपर में
बना होता है और इस पर 2 या 3 स्टार्ट की लेफ्ट हैंड चूड़ियां बनी होती हैं । टूटे हुए टैप या स्टड को निकालने के लिये इसको किये हुए सुराख में डाल कर उल्टी दिशा घुमाते हैं । जिससे यह सुराख को अच्छी तरह से ग्रिप कर लेता है और टूटे हुए टैप या स्टड को आसानी से बाहर निकाल देता है ।
टैपिंग की सावधानियां (Precautions for Tapping):
1. टैपिंग करने से पहले टैप और जॉब को अच्छी तरह से साफ कर लेना चाहिये ।
2. टैपिंग के लिये सही साइज का ड्रिल होल करना चाहिये ।
3. टैपिंग करते समय जॉब को बेंच वाइस में अच्छी तरह से पकड़ना चाहिये ।
4. टैपिंग करते समय सही साइज के टैप रैंच का प्रयोग करना चाहिये ।
5. टैपिंग करते समय टैप का आधा चक्कर आगे और एक चौथाई चक्कर पीछे लगाना चाहिये ।
6. टैपिंग करते समय टैप रैंच पर न तो अधिक दबाव लगाना चाहिये न ही उस पर झटका लगाना चाहिए ।