Read this article in Hindi to learn about the elements and types of jig.
जिग के ऐलिमेंट्स (Elements of a Jig):
जिग एक प्रकार का साधन है जिसका प्रयोग पार्टस का अधिक मात्रा में उत्पादन करते समय पार्टस को सही पोजीशन में पकड़ने तथा टूल को गाइड करने के लिए किया जाता है । इसमें प्रायः हार्ड धातु के बुशिंग्स फिट रहते हैं जिनमें टूल को गाइड किया जा सकता है । कार्य के अनुसार ये कई प्रकार के पाए जाते हैं ।
जिग के निम्नलिखित मुख्य तत्व होते हैं:
i. बॉडी (Body)- इस पर जिग के विभिन्न पार्टस को पकड़ा जाता है ।
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ii. लोकेटिंग ऐलिमेंट्स (Locating Elements)- इनसे जॉब को सही लोकेशन प्रदान की जाती है ।
iii. क्लेम्पिंग ऐलिमेंट्स (Clamping Elements)- इनका मुख्य कार्य जॉब को टूल के कटिंग फोर्स से संबंधित क्लेम्प करना होता है ।
iv. गाइडिंग ऐलिमेंट्स (Guiding Elements)- इनका मुख्य कार्य कटिंग टूल को गाइड करना होता है ।
v. विविध ऐलिमेंट्स (Miscellaneous Elements)- इनका मुख्य कार्य जिग के विभिन्न पार्टस की बॉडी के साथ फास्टनिंग करना होता है जैसे स्क्रूज, पिनें, लॉक नट आदि ।
जिग के प्रकार (Types of Jig):
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जिग्स को मुख्यतः दो श्रेणियों में बांटा गया है- (a) ड्रिल जिग्स (b) बोरिंग जिग्स । ड्रिल जिग्स का प्रयोग प्रायः ड्रिलिंग, रीमिंग, टैपिंग, चैम्फरिंग, काउंटर बोरिंग, काउंटर सिंकिंग आदि आपरेशन करने तथा बोरिंग जिग्स का प्रयोग प्रायः बड़े साइज के सुराख की बोरिंग करने के लिए किया जाता है ।
ड्रिल जिग्स प्रायः दो प्रकार के पाए जाते हैं- (अ) ओपन जिग्स (आ) बॉक्स जिग्स । ओपन जिग्स का प्रयोग प्राय: वहां पर करते हैं जहां पर जॉब की केवल एक साइड पर कार्यक्रिया करनी होती है । बॉक्स जिग्स का प्रयोग प्राय: वहां पर करते हैं जहां पर जॉब की एक से अधिक साइडों पर कार्यक्रिया करनी होती है ।
जिग्स की बनावट के अनुसार प्रायः निम्नलिखित प्रकार के जिग्स अधिकतर प्रयोग में लाए जाते हैं:
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(i) टेम्पलेट जिग्स:
इस प्रकार के जिग्स की बनावट पर प्रायः कम खर्च पड़ता है क्योंकि ये साधारण बनावट वाले होते हैं । ये बुशिंग्स या बिना बुशिंग्स वाले हो सकते हैं । यदि बुशिंग्स का प्रयोग न किया जाए तो इनकी जिग प्लेट को हार्ड कर दिया जाता है । इन्हें जॉब के ऊपर लगा कर या जॉब के बीच फिक्स करके प्रयोग में लाते हैं और प्रायः क्लेम्प नहीं करते ।
(ii) प्लेट जिग्स:
इस प्रकार के जिग्स टेम्पलेट जिग्स के समान होते हैं परंतु अंतर केवल इतना होता है कि प्लेट जिग्स में जॉब को पकड़ने के लिए क्लेम्प लगा होता है । ये प्राय: बुशिंग्स या बिना बुशिंग्स वाले प्रयोग में लाए जाते हैं तथा बिना बुशिंग्स वालों की जिग प्लेट को हार्ड कर दिया जाता हैं ।
(iii) ऐंगल प्लेट जिग्स:
इस प्रकार के जिग्स का प्रयोग प्रायः ऐसे कार्यों के लिए किया जाता है जिन पर कार्यक्रिया माउंटिंग लोकेटर से समकोण में करनी हो । यदि समकोण से अतिरिक्त किसी अन्य कोण में कार्यक्रिया करनी हो तो मॉडिफाइड ऐंगल प्लेट जिग का प्रयोग करते हैं ।
(iv) चैनल जिग्स:
ये आकार में बॉक्स जिस जैसे होते है जिनमें जॉब को दो साइडों के बीच में पकड़ा जाता है तथा तीसरी साइड से कार्यक्रिया की जाती है ।
(v) लीफ जिग्स:
ये छोटे आकार के बॉक्स जिस होते हैं जिनमें जॉब को आसानी से पकडने व निकालने के लिए केम टाइप लैच के साथ हिन्ज लीफ लगे होते हैं ।
(vi) इंडेक्सिंग जिग्स:
इस प्रकार के जिसस का प्रयोग बराबर दूरी पर परिशुद्धता में सुराख वगैरा बनाने के लिए किया जाता है । बडे साइज के इंडेक्सिंग जिग्स को रोटरी जिग्स कहते है ।
(vii) कुछ अन्य जिग्स:
a. सॉलिड जिग:
इसे स्टील के सालिड ब्लॉक से बनाया जाता है जिसका अधिकतर प्रयोग छोटे पर्कपीसों में ड़िलिंग करने के लिए किया जाता है ।
b. पोस्ट जिग:
इसका प्रयोग बोर से लाकेशन लेने के लिए किया जाता है ।
c. सैंडविच जिग:
इस प्रकार के जिग का प्रयोग पतले या साफ्ट धातु के वर्कपीसों के लिए किया जाता है । जिसमें वर्कपीसों को बेस प्लेट व ड़िल प्लेट के बीच रखकर ड्रिलिंग वगैरा की जाती है ।
d. टेबल जिग:
इसे टर्नओवर जिग भी कहते है जिसका प्रयोग तब किया जाता है जब वर्कपीस को उसके फेस से लोकेट करने की आवश्यकता होती है ।
e. बॉक्स जिग:
यह जिग बॉक्स के आकार का होता है जिसमें वर्कपीस को एक पोजीशन पर लोकेट व क्लेम्प किया जाता है और आवश्यकता के अनुसार विभिन्न दिशाओं से ड्रिलिंग की जाती हैं ।
f. ट्रूरनियन जिग:
इस जिग का प्रयोग तब किया जाता है तब बड़े या जटिल आकार के वर्कपीस पर विभिन्न दिशाओं से ड्रिलिंग करनी होती है ।