Read this article in Hindi to learn about how to test the hardness of engineering materials.
किसी मेटेरियल के हार्डनैस मान को चैक करने के लिए निम्नलिखित विधियों का प्रयोग किया जा सकता है:
1. ब्रिनेल विधि (Brinell Method):
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यह टेस्ट ब्रिनेल हार्डनैस टेस्टर के प्रयोग द्वारा किया जाता है । इस टेस्ट में एक सर्क्यूलर निशान बनाया जाता है जिसके लिए एक इंडेटेशन टूल (बाल इंडेटर) पर निर्दिष्ट अवधि के लिए लोड लगाया जाता है ।
इसमें 100 से 300 कि.ग्रा. का लोड प्रयोग किया जाता है । इसमें प्रयोग किया जाने वाला बाल इंडेंटर हार्ड की हुई स्टील या टंगस्टन कार्बाइड से बनाया जाता है जिसका व्यास 1 से 10 मि.मी. तक होता है । बाल इंडेंटर द्वारा लाया गया सर्क्यूलर निशान एक माइक्रोस्कोप और एक स्केल द्वारा मि.मी. में मापा जाता है ।
ब्रिनेल हार्डनैस नंबर को स्टैडर्ड HB टेबल का प्रयोग करके प्राप्त किया जाता है जो लोड, बाल के व्यास ओर निशान के व्यास के विभिन्न कंबीनेशनों के साथ उपलब्ध होते हैं । साफ्ट धातुओं की टेस्टिंग के लिए यह एक सामान्य विधि है ।
2. विकर्स विधि (Vickers Method):
यह टेस्ट विकर हार्डनैस टेस्टर के प्रयोग द्वारा किया जाता है । इस टेस्ट में एक इंडेटेशन टूल (डायमंड पेरामिड) के द्वारा निशान बनाया जाता है जिसका ज्वाइंट एंगल 136°C होता है और इस पर लोड लगाया जाता है ।
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इस पर प्रयोग किया जाने वाला लोड 5 से 120 कि.ग्रा. होता है । डायमंड आकार के निशान का औसत कर्ण एक माइक्रोस्कोप और एक स्केल के द्वारा मिमी. से मापा जाता है ।
विकर हार्डनैस के मान की गणना निम्नलिखित सूत्र द्वारा की जाती है:
3. रॉकवैल विधि (Rockwell Method):
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यह टेस्ट रॉकवैल हार्डनैस टेस्टर के प्रयोग द्वारा किया जाता है । इस टेस्ट में प्रायः दो स्टैंडर्ड स्केलों ‘B’ और ‘C’ का प्रयोग किया जाता है । मशीन में बैकलैश के प्रभाव को दूर करने और गलत रीडिंग से बचने के लिए शुरू में इंडेटंर पर 10 कि.ग्रा. का एक माइनर लोड लगाया जाता है ।
तब निश्चित अवधि के लिए मेजर लोड लगाया जाता है तथा हटा लिया जाता है टेस्टर के डायल पर हार्डनैस नंबर को आसानी से पड़ा जा सकता है । ‘B’ स्केल का प्रयोग कॉपर, एल्युमीनियम एलॉय और माइल्ड स्टील के लिए किया जाता है ।
1/6” (1.588 मि.मी.) व्यास की एक स्टील बाल का प्रयोग 10 कि.ग्रा. के माइनर लोड और 100 कि.ग्रा. के मेजर लोड के साथ किया जाता है । ‘C’ स्केल का प्रयोग हार्ड की हुई स्टील के लिए एक डायमंड कोन इंडेटर (120°) के द्वारा 10 कि.ग्रा. के माइनर लोड और 150 किग्रा के मेजर लोड के साथ किया जाता है ।
4. शोर विधि (Shore Method):
यह टेस्ट शोर (स्क्लेरोस्कोप) के प्रयोग द्वारा की जाती है । यह टेस्ट हैवी पार्ट्स के लिए उपयुक्त होता है जिन्हें हार्डनैस टेस्टर पर ले जाना संभव न हो । इस टेस्ट में टेस्ट किए जाने वाले पार्ट पर एक डायमंड हैमर को एक निश्चित ऊंचाई से गिराया जाता है और टेस्टर की ग्रेजुरेटिड ग्लास ट्यूब पर पार्ट की हार्डनैस को नोट किया जा सकता है ।