Here is a list of top four drill holding devices in Hindi language.
ड्रिल का प्रयोग करने के लिए ड्रिल को ड्रिल मशीन के स्पिंडल में बांध कर प्रयोग में लाया जाता है । ड्रिल की शैंक विभिन्न आकारों और साइजों में पाई जाती है जिसके कारण उन्हें विभिन्न साधनों के द्वारा बांधा जाता है ।
इस प्रकार जिन साधनों के द्वारा ड्रिल को मशीन के स्पिंडल के साथ बांधा जाता है उन्हें ड्रिल होल्डिंग कहते हैं जो कि प्रायः निम्नलिखित हैं:
1. ड्रिल चॅक:
ड्रिलिंग करते समय स्ट्रेट शैंक ड्रिल को पकड़ने के लिये ड्रिल चॅक का प्रयोग किया जाता है । वर्कशाप में अधिकतर थ्री जॉ चॅक प्रयोग में लाया जाता है जो कि अपनी क्षमता के अनुसार विभिन्न साइजों के ड्रिल आसानी से पकड़ सकता है । इसके ऊपर वाले भाग में आर्बर फिट रहती है जो कि मोर्स स्टैंडर्ड टेपर में बनी होती है ।
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यह आर्बर ही मशीन के स्पिंडल के टेपर सुराख में फिट होती है । चॅक के नीचे वाले भाग में तीन जॉस् लगे होते हैं जिनको चॅक की सहायता से समायोजित करके विभिन्न साइजों के ड्रिल आसानी से बांधे जा सकते हैं ।
कुछ छोटे साइज के ड्रिल चॅक ऐसे होते है जिनके जॉस् को समायोजित करने के लिए चॅक ‘की’ की आवश्यकता नहीं होती बल्कि इनकी बॉडी के ऊपर गोल खोल वाले भाग पर नर्लिंग की होती है जिसको हाथ की पकड़ देकर बस को समायोजित करके छोटे-छोटे साइज के ड्रिल आसानी से बांधे जा सकते हैं । ये ड्रिल चॅक प्रायः 1/4” या 6 मिमी. की क्षमता वाले होते है जिनको बीस्ट ड्रिलिंग मशीन पर देखा जा सकता है ।
2. स्लीव:
जब किसी टेपर शैंक ड्रिल या ड्रिल चॅक की शैंक ड्रिल मशीन के स्पिंडल के टेपर सुराख से छोटे साइज की होती है तो स्लीव का प्रयोग किया जाता है । इसके अंदर मोर्स स्टैंडर्ड टेपर का सुराख बना होता है । इसके अंदर बने टेपर सुराख में ड्रिल चॅक या टेपर शैंक ड्रिल की शैंक फिट करके इसका ऊपरी भाग मशीन के स्पिंडल के टेपर सुराख के फिट कर दिया जाता है ।
इसके अंदर मोर्स स्टैंडर्ड टेंपर का सुराख बना होता है । इसके अंदर बने टेपर सुराख में ड्रिल चॅक या टेपर शौंक ड्रिल की शौंक फिट करके इसका ऊपरी भाग मशीन के स्पिंडल के टेपर सुराख में फिट कर दिया जाता है । स्लीव प्रायः साइज के अनुसार कई नंबरों में पाई जाती है जैसे 0 से 1, 1 से 2, 2 से 3, 3 से 4 इत्यादि ।
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इस प्रकार पहला नं. अंदर के टेपर सुराख का और दूसरा नं. बाहर वाले टेपर भाग का होता है । इन नंबरों के अनुसार साइज व कोण मोर्स स्टैंडर्ड टेपर के चार्ट से देखा जा सकता है ।
3. सॉकेट:
स्लीव के समान सॉकेट भी वर्कशाप में टेपर शौंक ड्रिल के साथ प्रयोग में लाई जा सकती है परंतु इसका प्रयोग तब किया जाता है जब ड्रिल की टेंपर शैंक का साइज ड्रिल मशीन के स्पिंडल के टेपर सुराख से बड़े साइज का होता है । इस सॉकेट का ऊपर का भाग मशीन के स्पिंडल के टेपर सुराख के अनुसार होता है और नीचे का भाग बड़े साइज का होता है जिसमें बड़े साइज की शैंक पकड़ी जा सकती है ।
ड्रिल चॅक, टेपर शौंक ड्रिल, स्लीव और सॉकेट को मशीन के स्पिंडल से बाहर निकालने के लिए ड्रिल ड्रिफ्ट का प्रयोग किया जाता है ।
4. ड्रिल ड़िफ्ट:
दिष्ट ड्रिल ड़िफ्ट प्रायः माइल्ड स्टील से बनाई जाती है जिसको स्पिंडल या स्लीव या सॉकेट के स्लॉट में डाल कर और इसके दूसरे सिरे से हथौड़ी की हल्की चोट लगा कर ड्रिल चॅक, स्लीव या सॉकेट इत्यादि को आसानी से अलग किया जा सकता है ।