Read this article in Hindi to learn about the five main parts of a lathe. The parts are:- 1. बैड (Bed) 2. हैडस्टॉक (Headstock) 3. टेलस्टॉक (Tailstock) 4. कैरेज (Carriage) 5. लीड स्क्रू (Lead Screw).
लेथ के प्रायः निम्नलिखित मुख्य पार्ट्स होते हैं:
Part # 1. बैड (Bed):
यह लेथ का मुख्य अंग होता है जिस पर लेथ के दूसरे अंग जैसे हैडस्टॉक, टेल-स्टॉक, कैरेज आदि स्थित रहते हैं । यह प्रायः कास्ट ऑयरन का बना होता है ।
जिस पर प्रायः निम्नलिखित बैड बने होते हैं:
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(क) फ्लैट बैडवेज
(ख) ‘वी’ बैडवेज
(ग) कम्बीनेशन बैडवेज ।
Part # 2. हैडस्टॉक (Headstock):
यह लेथ का मुख्य अंग है जोकि लेथ के बायें सिरे पर स्थाई रूप में फिट रहता है ।
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ये प्रायः निम्नलिखित दो प्रकार के होते हैं:
i. कोन पुली हैडस्टॉक:
इस प्रकार का हैडस्टॉक कास्ट ऑयरन के खोखले बॉक्स के समान होता है । इसमें तीन या चार स्टेप वाली पुली लगी रहती है । इसमें स्पिण्डल को दो बियरिंग पर बैठाया जाता है । कोन पुली के दायीं ओर लेथ स्पिण्डल पर एक बुल गियर भी लगी रहती है । जिसको कोन पुली के साथ एक लॉक पिन के द्वारा जोड़ा जा सकता है ।
कोण के पीछे की ओर एक बैक गियर यूनिट भी होती है । बुल गियर की लॉक पिन को बाहर खींचकर तथा गियर को लगाकर मशीन की स्पीड को कम किया जा सकता है । इस हैडस्टॉक के द्वारा स्पिण्डल को कोन पुली के स्टेपों की संख्या के अनुसार विभिन्न स्पीडों पर चलाया जा सकता है । स्पीड को बदलने के लिये बेल्ट को पुली के स्टेप पर बदलना पडता हैं ।
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ii. गियर्ड हैडस्टॉक:
इस प्रकार का हैडस्टॉक देखने में कास्ट ऑयरन के खोखले बाक्स के समान होता है । इसमें स्पिण्डल और स्पिण्डल पर कई साइजों की गियर्स फिट रहती है । लेथ मशीन के स्पिण्डल को दो या अधिक ‘वी’ बेल्टों की सहायता से मोटर की पुली के साथ जोड़ा जाता है । गियर बॉक्स के बाहर कई लीवर लगे होते हैं जिनको पोजीशन में सेट करके लेथ स्पिण्डल को विभिन्न स्पीडों पर चलाया जा सकता है ।
गियर्ड हैडस्टॉक के लाभ:
a. लेथ मशीन के स्पिण्डल को अधिक स्पीड पर चलाया जा सकता है ।
b. लीवर की सहायता से स्पीड को आसानी से बदला जा सकता है ।
c. जॉब के अनुसार सही स्पीड को सेट किया जा सकता है ।
d. जॉब पर मोटा कट लगाया जा सकता है ।
e. बेल्ट के फिसलने की संभावना नहीं होती ।
Part # 3. टेलस्टॉक (Tailstock):
यह लेथ का मुख्य अंग है जो कि प्राय: लेथ के दायें सिरे पर फिट रहता है । इसकी लेथ के बैड पर किसी भी निश्चित पोजीशन में फिक्स किया जा सकता हैं । इसका मुख्य प्रयोग जॉब को सेंटरों के बीच बांधने के लिये, ड्रिलिंग, रीमिंग, टैपिंग आदि आपरेशन करने के लिये और सेट ओवर विधि से टेपर टर्निंग करने के लिये किया जाता है ।
इसके निम्नलिखित मुख्य पार्ट्स होते हैं:
(i) हैंड कील
(ii) स्क्रू रॉड
(iii) स्पिण्डल
(iv) लॉक लीवर
(v) क्लेम्पिंग बोल्ट और नट
Part # 4. कैरेज (Carriage):
यह लेथ का मुख्य अंग है जिस पर फीडिंग कंट्रोल वाले पार्ट्स फिट रहते हैं । इसको मशीन के हैडस्टॉक और टेलस्टॉक के बीच में आगे पीछे चलाया जा सकता है ।
इसके निम्नलिखित मुख्य पार्ट्स होते हैं:
(a) सैडल:
यह अंग्रेजी के अक्षर ‘H’ के आकार का भाग होता है जो कास्ट ऑयरन का बना होता है और लेथ बेड पर फिट रहता है । इसके ऊपर क्रॉस स्लाइड फिट रहती है और क्रॉस स्लाइड के ऊपर कम्पाउंड रेस्ट फिट रहती है । सैडल को लेथ बैड पर दायें और बायें दोनों ओर चलाया जा सकता है ।
(b) कम्पाउंड रेस्ट:
यह भाग सैडल के ऊपर फिट रहता है । इसके बेस पर डिग्री में ग्रेजुएशन बनी होती हैं । इस प्रकार कम्पाउंड रेस्ट को 180° तक किसी भी कोण में घुमाकर सेट किया जा सकता है । कम्पाउंड रेस्ट के ऊपर टूल पोस्ट लगा होता है जिसमें टूल को बांधकर कार्यक्रिया की जाती है । कम्पाउंड रेस्ट को फीड हाथ के द्वारा की जाती है ।
(c) ऐप्रन:
यह कैरेज के नीचे वाला भाग होता है जो कि सैडल के साथ फिट रहता है । इसमें फीड मैकेनिज्य लगा रहता है । इस प्रकार कार्य करते समय ऑटोमेटिक फीड का प्रयोग किया जा सकता है । ऑटोमेटिक फीड को लगाने के लिये ऐप्रन पर लगे लीवरों को सेट करने की आवश्यकता होती है ।
(d) क्रॉस स्लाइड:
यह कैरेज का एक भाग है जिसका प्रयोग क्रॉस में फीड देने के लिए किया जाता है ।
Part # 5. लीड स्क्रू (Lead Screw):
यह एक कार्बन स्टील की थ्रेडिड रॉड होती है जिस पर ऐक्मी चूड़ियां कटी होती है । लीड स्क्रू लेथ मशीन के सामने वाले भाग में फिट रहता है । 2T.P.I. वाले लीड स्क्रू भारी कार्य के लिये, 4-6T.P.I. वाले मध्यम कार्यों के लिए और 8T.P.I. वाले हल्के कार्यों के लिये प्रयोग में लाये जाते हैं । लीड स्क्रू का मुख्य कार्य विभिन्न आकार की लेफ्ट हैंड और राइट हैंड चूड़ियां काटने के लिये किया जाता है ।