Read this article in Hindi to learn about the thirteen main accessories used in fitting of pipes. The accessories are:- 1. सॉकेट (Socket) 2. रिड्यूसिंग सॉकेट (Reducing Socket) 3. ‘टी’ (Tee) and a Few Others.
प्रायः पाइप अधिक लंबाई के नहीं होते और पाइप लाइन की दिशा भी सीधी न होकर किसी कोण में रखी जा सकती है । इसके अतिरिक्त अलग-अलग व्यास के पाइपों को भी जोड़ने की आवश्यकता पड़ती है । इस प्रकार पाइप लाइन में अलग- अलग कार्यक्रियायें करके जब पूरी फिटिंग कर ली जाती है तो उसे पाइप फिटिंग कहते हैं ।
पाइप फिटिंग करने के लिए प्रायः निम्नलिखित एक्सेसरीज की आवश्यकता पडती है:
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1. सॉकेट (Socket):
एक ही व्यास की दो पाइपों को सीधी लाइन में जोड़ने के लिए सॉकेट का प्रयोग किया जाता है । इसमें अंदरूनी चूड़ियां बनी होती है ।
2. रिड्यूसिंग सॉकेट (Reducing Socket):
अलग-अलग व्यास वाले दो पाइपों को जोड़ने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है । इसके एक सिरे का व्यास बड़ा और दूसरे का छोटा होता है । इसके दोनों सिरों पर अंदरूनी चूड़ियां बनी होती हैं ।
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3. ‘टी’ (Tee):
यह अंग्रेजी के अक्षर “T” के आकार की । इसका प्रयोग पाइप लाइन के बीज के 90° कोण में पाइप की लाइन को ले जाने के लिए किया जाता है ।
4. ऐल्बो (Elbow):
पाइप लाइन की दिशा को 90° के कोण में बदलने में ऐल्बो का प्रयोग किया जाता है ।
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5. क्रॉस (Cross):
इसका प्रयोग पाइप लाइन के दोनों ओर 90° के कोण में पाइप लाइन को ले जाने के लिए किया जाता है ।
6. यूनियन (Union):
पाइप की लंबाइयों को जोड़ने के लिए इसका प्रयोग करते समय पाइप लाइन को अव्यवस्थित करने की आवश्यकता नहीं होती है ।
7. प्लग (Plug):
पाइप लाइन के किसी सिरे को बंद करने के लिए प्लग का प्रयोग किया जाता है ।
8. फ्लेंज (Flange):
बड़े व्यास के पाइपों को जोड़ने के लिए उनके सिरों पर फ्लेंज को लगा कर नट और बोल्ट से कस कर पाइप की लंबाई को बढ़ाया जाता है ।
9. गेट वाल्व (Gate Valve):
इसे पाइप लाइन में वहां पर प्रयोग किया जाता है जहां पर पानी का बहाव एक दिशा में सीधा हो । व्यावहारिक रूप में बहाव अंदरूनी व्यास के बराबर होता है । यह ऐसी मेन लाइन सप्लाई के लिए उपयुक्त होता है जहां पर प्रैशर स्थिर और बहाव अत्यावश्यक हो । बहाव को रेगुलेट करने के लिए इसका प्रयोग नहीं करना चाहिए
10. ग्लोब वाल्व (Globe Valve):
पाइप लाइन में पानी के बहाव को किसी भी दिशा में ले जाने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है । इसे पाइप लाइन में दोनों दिशाओं में स्थापित किया जा सकता है ।
11. नॉन रिटर्न वाल्व (Non-Return Valve):
पाइप लाइन में पानी को एक ओर ले जाने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है । पाइप लाइन में इसकी क्रिया ऑटोमेटिक होती है । इसे प्रायः ब्रांज से बनाया जाता है ।
12. स्विंग चैक वाल्व (Swing Check Valve):
इसे पाइप लाइन में वहां पर प्रयोग किया जाता है जहां पर पानी के पूर्ण बहाव की आवश्यकता होती है जिसमें फ्लैप पानी के बहाव को कंट्रोल करता है ।
13. टोंटी (Tap):
इसका प्रयोग पानी के बहाव को चलाने और रोकने के लिए किया जाता है । इसके हैंडल को घुमाकर आवश्यक मात्रा में पानी का बहाव लिया या उसे रोका जा सकता है ।