प्रकाश संश्लेषण पर अनुच्छेद | Paragraph on Photosynthesis in Hindi!
सूर्य-प्रकाश के प्रभाव के कारण पेड़-पौधों में कार्बोन-डाई-आक्साइड तथा आक्सीजन के संयोजन से ऊर्जा-युक्त जैविक पदा शुगर तथा स्टार्च का उत्पादन होता है । इस प्रक्रिया को प्रकाश-संश्लेषण कहते हैं ।
जल तथा थल, पेड-पौधों, जीव-जंतुओं तथा सूक्ष्म जीवों को मिलने वाली ऊर्जा का एकमात्र स्रोत प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से सूर्य है । सूर्य भारी मात्रा में प्रकाश के रूप में ऊर्जा उत्पन्न करता है, जिसका एक सूक्ष्म भाग ही पृथ्वी तक पहुँचता है । पृथ्वी की धरातल पर पहुँचने वाली ऊर्जा की 2000 इकाइयों में से एक इकाई जैविक जगत के लिये पर्याप्त होती है ।
सूर्य से आने वाली ऊर्जा को पेड-पौधे, शैवाल, काई इत्यादि क्लोरोफिल अथवा रासायनिक ऊर्जा में बदल देते हैं । इस रासायनिक ऊर्जा से सामान्य कार्बोहाइड्रेट तथा अन्य जैविक-सूक्ष्म आहार उत्पन्न होते हैं, जिनका उपयोग पेड़-पौधे तथा जीव-जंतु करते हैं ।
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इन पेड-पौधों को पशु-पक्षी खाते हैं, जिनकी उपभोक्ता कहते हैं । पेड़-पौधे तथा जीव-जन्तु अंततः नष्ट हो जाते हैं और इस प्रकार उत्पन्न होने वाली ऊर्जा अंतरिक्ष में प्रवाहित हो जाती है ।
फोटो-अवधि (Photo Period):
सूर्य प्रदर्शन को फोटो अवधि कहते हैं ।
किमोसिंथेसिस (Chemosynthesis):
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जैविक मिश्रण का ऐसा संश्लेषण जो अजैविक सल्फर, अमोनिया तथा हाइड्रोजन इत्यादि की ऊर्जा के कारण उत्पन्न होता है, कीमोसिंथेसिस कहलाता है ।