वायु प्रदूषण: अर्थ, परिणाम और प्रबंधन | Vaayu Pradooshan: Arth, Parinaam Aur Prabandhan Par Nibandh!
Read this Essay in Hindi to learn about:- 1. वायु प्रदूषण के अर्थ (Meaning of Air Pollution) 2. वायु प्रदूषण के परिणाम (Consequences of Air Pollution) 3. Management.
वायु प्रदूषण के अर्थ (Meaning of Air Pollution):
यदि वायु में प्रदूषण-कणों की मात्रा अधिक हो जाये तो उसको वायु प्रदूषण कहते हैं । वायु प्रदूषण प्राकृतिक/भौतिक कारणों से तथा मानवीय कारणों से होता है । वायु प्रदूषण मुख्य रूप से कार्बन डाइ ऑक्साइड (CO2), कार्बन एसिड (H2SO3), जल (H2O), नाइट्रिक एसिड (HNO3), तथा सल्फ्युरिक एसिड (H2SO4) इत्यादि के द्वारा होता है ।
वायु प्रदूषण के परिणाम (Consequences of Air Pollution):
ADVERTISEMENTS:
वायु प्रदूषण का स्वास्थ्य पर भारी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है वर्ष 1952 में लंदन वायु प्रदूषण से बहुत-से लोगों की मौत हो गई थी । वायु प्रदूषण का महानगरों की जनसंख्या पर भारी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है । इससे साँस की बीमारियों में भारी वृद्धि हो जाती है । दिल्ली राष्ट्रीय प्रदेश में लगभग छ: लाख से अधिक जनसंख्या प्रतिवर्ष दमा रोग से प्रभावित होती है ।
वायु प्रदूषण प्रबंधन (Management of Air Pollution):
वायु प्रदूषण सरल कार्य नहीं ।
इसके प्रबंधन में बहुत-सी समस्याएँ हैं, फिर भी इसके लिये निम्न उपाय करने की आवश्यकता है:
ADVERTISEMENTS:
(i) वाहनों एवं सड़कों का अनुरक्षण एवं रखरखाव
(ii) सक्षम सरकारी परिवहन तंत्र,
(iii) कड़ा-करकट को जलाने का उचित प्रबंध,
(iv) झूम कृषि पर प्रतिबंध,
ADVERTISEMENTS:
(v) सूर्य, ऊर्जा तथा पन बिजली का अधिक उत्पादन,
(vi) वृक्षारोपण,
(vii) पुराने औद्योगिक एवं ताप बिजलीघरों की मशीनों के स्थान पर नई मशीनें लगाना ।
वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने में कुछ बाधाएँ अग्रलिखित हैं:
1. वायु प्रदूषण के प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष बहुत-से कारण हैं, जिनमें से बहुत-से प्रदूषण कारणों का पता ही नहीं चलता ।
2. विश्व के विभिन्न देशों में विभिन्न प्रकार के प्रदूषण तत्व पाये जाते हैं ।
3. वायु प्रदूषण के उपकरण सब देशों को उपलब्ध नहीं हैं ।
4. वायु प्रदूषण सहन करने की क्षमता भी व्यक्ति एवं समाज की भिन्न-भिन्न होती है ।
5. चूंकि एक ही समय में आदमी पर बहुत से प्रदूषण तत्वों का प्रभाव पड़ता है, इसलिये यह कहना कठिन होता है कि मानव की स्वास्थ्य एवं पारितंत्र पर किस प्रकार के प्रदूषण का अधिक प्रभाव है ।
वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए विश्व स्तर पर निम्न कदम उठाए गए हैं:
(i) अंतर्राष्ट्रीय प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिये वर्ष 1970 में विश्व सम्मेलन आयोजित किया गया ।
(ii) पर्यावरण के अम्लीकरण के बारे में वर्ष 1982 में स्टॉकहोम विश्व सम्मेलन आयोजित किया गया ।
(iii) वर्ष 1982 में ओटावा 30 प्रतिशत क्लब (30 percent Club) का संगठन किया गया ।
(iv) वर्ष 1984 में पर्यावरण संबंधी म्यूनिख विश्व सम्मेलन आयोजित किया गया ।
(v) वर्ष 1985 में हेलिसिकी मीटिंग आयोजित की गई ।
(vi) वर्ष 1986 में अम्लीकरण के बारे में अंतर्राष्ट्रीय कांग्रेसी आयोजित की गई ।
(vii) वर्ष 1988 में सोफिया में पर्यावरण संबंधी मीटिंग आयोजित की गई ।
इनके अतिरिक्त प्रत्येक देश में वायु प्रदूषण के बारे में कानून बनाये गये तथा शिक्षा के द्वारा समाज में पर्यावरण के बारे में जागरूकता बढाने के प्रयास किये गये ।