फ्रांस में स्थानीय सरकार की वर्तमान प्रणाली | Current System of Local Government in France.
फ्रांसीसी संविधान में एकात्मक राज्य की व्यवस्था है । अत: सरकार की सारी शक्तियों सर्वोच्च केंद्र सरकार में निहित हैं । प्रशासनिक सुविधा के लिए स्थानीय सरकार की इकाइयों को यह पैदा या समाप्त कर सकती है । स्थानीय सरकार की इकाइयों को उनकी सत्ता केंद्र सरकार से मिलती है ।
स्थानीय सरकार की सबसे महत्त्वपूर्ण विशेषता इसके केंद्रीयकरण की उच्च मात्रा है । फ्रांस में सब कुछ केंद्रीकृत है और स्थानीय सरकार की इकाइयाँ गृहमंत्री के माध्यम से केंद्र सरकार द्वारा नियंत्रित होती हैं । इस मामले में अंतिम अधिकार गृहमंत्री को ही है ।
अत: स्थानीय सरकार न तो स्वायत्त है और न ही स्व-शासित । वास्तव में यह केवल स्थानीय प्रशासन है न कि स्थानीय स्व-शासन । स्थानीय सरकार की इकाइयाँ स्थानीय प्रशासन के लिए केंद्र सरकार की एजेंसियाँ हैं ।
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स्थानीय सरकार की एक अन्य विशेषता इसकी अनम्य एकरूपता है जिसके दो पहलू हैं- संगठनात्मक प्रतिरूप और शक्तियाँ व कार्यकलाप । संपूर्ण फ्रांस में एक ही प्रकार की निर्वाचक परिषदें हैं और एक से प्रशासक, उपप्रशासक तथा महापौर; एक जैसी कानून और पुलिस तथा एक सी स्कूल प्रणाली और शिक्षा है ।
वर्तमान में फ्रांस में स्थानीय सरकार की चार प्रकार की इकाइयाँ हैं:
1. डिपार्टमेंट या विभाग,
2. एरोन्डाइजमेंट या प्रांत,
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3. कैंटन या उप मंडल,
4. कम्यून या परगना ।
स्थानीय सरकार के लिए फ्रांस के पूरे क्षेत्र को पहले अनेक विभागों में बाँटा गया है । प्रत्येक विभाग को आगे अनेक प्रांतों में उप विभाजित किया गया है । प्रत्येक प्रांत को फिर अनेक उपमंडलों में और प्रत्येक उपमंडल को अंतत: परगनों में विभक्त किया गया है । इन प्रांतों तथा उपमंडलों का निर्माण केवल प्रशासनिक सुविधा के लिए किया गया है, अत: वे स्थानीय सरकार की वास्तविक इकाइयाँ नहीं हैं ।
विभाग: Department
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स्थानीय सरकार की सबसे बड़ी इकाई विभाग है और स्थानीय सरकार के श्रेणीक्रम में इसका स्थान सबसे ऊपर है । मोटे तौर पर विभाग इंग्लैंड के प्रमंडलों या काउंटी से मेल खाते हैं । परंतु प्रमंडलों की तुलना में विभागों का क्षेत्र दोगुना होता है । फ्रांस में विभागों की कुल संख्या, 90 है ।
जनसंख्या, संपदा और राजनीतिक महत्व के आधार पर विभागों को चार वर्गों में रखा गया है:
a. अश्वश्रेणी या विशेष श्रेणी विभाग (15),
b. प्रथमश्रेणी विभाग (19),
c. द्वितीयश्रेणी विभाग (22),
d. तृतीयश्रेणी विभाग (34) ।
प्रत्येक विभाग की विधायी शाखा के रूप में उसकी एक साधारण सभा होती है जिसके पार्षदों का चुनाव जनता द्वारा छह वर्ष के लिए किया जाता है । इनमें पार्षदों की संख्या एक समान नहीं होती है ।
किसी विभाग में सबसे अधिक 67 और किसी में सबसे कम 17 पार्षद होते हैं ।
परिषद अपने अध्यक्ष का चुनाव एक वर्ष के लिए करती है । वह परिषद के पीठासीन अधिकारी का काम करता है । परिषद की स्थायी समिति को विभागीय आयोग कहते हैं । विभाग के कार्यकारी प्रमुख या प्रशासक (Prefect) की नियुक्ति फ्रांस के राष्ट्रपति द्वारा गृहमंत्री की सिफारिश पर की जाती है । विभाग का मुख्य कार्यकारी होने के अलावा प्रशासक केंद्र सरकार के प्रतिनिधि का भी काम करता है । इस प्रकार उसके दो पद दायित्व होते हैं ।
विभाग के कार्यकारी प्रमुख होने के नाते वह साधारण सभा के प्रस्तावों और नीतियों को लागू करता है । जबकि केंद्र सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर वह अपने विभाग में वह कानूनों, निर्देशों और आदेशों को लागू करता है । इस प्रकार स्थानीय सरकार के स्तर पर प्रशासक की संस्था फ्रांसीसी प्रशासन प्रणाली की धुरी है ।
प्रांत :
प्रत्येक विभाग तीन या चार प्रांतों (Arrondisement) में बँटा होता है । यह पूर्णतया: प्रशासनिक विभाजन है और इसका कोई नियमित व्यक्तित्व नहीं होता है और न ही कोई निर्वाचित परिषद । अत: यह स्थानीय सरकार की वास्तविक इकाई नहीं होता है ।
इसका मुख्य कार्य है । विभाग पर प्रशासनिक बोझ को कम और आसान करना है । इसका प्रमुख एक उप-प्रशासक होता है जो विभाग के प्रशासक के प्रतिनिधि के रूप में काम करता हैं । विभागों की तरह प्रांतों को भी चार वर्गों में रखा गया है-अश्वश्रेणी, प्रथम श्रेणी, द्वितीय श्रेणी और तृतीय श्रेणी ।
उपमंडल:
प्रत्येक प्रांत को नौ उपमंडलों (Canton) में विभाजित किया गया है । प्रांत की तरह उपमंडल भी पूर्णतया प्रशासनिक इकाई है न कि स्थानीय सरकार की वास्तविक इकाई । इसकी भी न तो कोई निगमित पहचान होती है और न ही कोई निर्वाचित परिषद ।
यह मुख्यतया सेना और न्यायपालिका के प्रशासन के लिए एक प्रादेशिक इकाई है । यह विभागों की साधारण सभाओं के चुनाव के लिए निर्वाचन क्षेत्र का काम करती है । विभागीय परिषद में एक पार्षद प्रत्येक उपमंडल से चुना जाता है ।
परगना:
स्थानीय सरकार की सबसे छोटी इकाई परगना (Commune) है । यह स्थानीय सरकार के श्रेणीक्रम में सबसे नीचे होती है । फ्रांस में परगना न केवल किसी प्रांत के एक उप-विभाग को बल्कि नगर, कस्बे, गाँव या उपनगर को भी इंगित करता है ।
विभाग, प्रांत और उपमंडल के विपरीत स्थानीय सरकार की इकाई के रूप में परगना की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि है और उसका अस्तित्व 1789 की फ्रांसीसी क्रांति से पूर्व भी रहा है । वर्तमान में फ्रांस में 38,000 से अधिक परगने हैं ।
परंतु सभी नगरपालिका की समान संहिता से शासित होते हैं । इसका अर्थ है कि सभी परगनों की सरकार का प्रणाली एक समान होती है चाहे वे ग्रामीण हों, शहरी हों अथवा औद्योगिक । प्रत्येक परगने के विधायी निकाय के रूप में इसकी एक नगरपालिका पारिषद होती है ।
इसके पार्षद का चुनाव छह वर्षों के लिए प्रत्यक्ष रूप नागरिकों द्वारा होता है । पार्षदों का संख्या अलग-अलग परगनों में अलग-अलग होती है जो अधिकतम 37 तथा न्यूनतम 11 है । परिषद अपने अध्यक्ष का चुनाव छह वर्ष के लिए करती है ।
विभाग के प्रशासक की तरह अध्यक्ष के दो दायित्व होते हैं । वह परगने का कार्यकारी प्रमुख और दूसरी और केंद्र सरकार का स्थानीय प्रतिनिधि होता है । सामुदायिक प्रशासन के कार्यकारी प्रमुख के रुप है में वह परिषद के प्रस्तावों और नीतियों को लागू करता है । केंद्र सरकार के स्थानीय प्रतिनिधि होने के नाते उसे पुलिस, सार्वजनिक स्वास्थ्य और सैनिक सेवा ऐसे कार्य करने होते हैं जिनका निर्देश उसे प्रशासक से मिलता है ।
अत: ब्राय चेपमैन लिखते हैं- “अपन ब्रिटिश प्रतिरूप की तुलना में फ्रांसीसी महापौर को कहीं अधिक व्यक्तिगत प्रतिष्ठा और व्यक्तिगत शक्ति प्राप्त है । वह परगना के प्रशासन का प्रमुख, प्रतिष्ठित राजनीतिक व्यक्तित्व और कुछ अर्थों में जकीय के दर्ज अधिकार है । स्थानीय प्रशासन में वह ऐसा व्यक्ति है जिसकी तुलना जर्मन बर्गोमास्टर से की जा सकती है, परंतु इंग्लैंड के मेयर से नहीं ।”