Tag Archives | Philosophy

कबीर का समाज दर्शन | Social Views of Kabir | Hindi

कबीर का समाज दर्शन! Read this article in Hindi to learn about the social views of Kabir. कबीर का अवतरण जिस काल खण्ड में हुआ, उस समय समाज नाना प्रकार की विच्छुंखलताओं से गुजर रहा था । एक तो इस्लाम के आगमन के पूर्व ही भारतीय सामंतवादी ढाँचा सामाजिक रूढ़ियों के चलते वेगहीन हो चला था । उसकी शोषणवादी प्रवृत्ति [...]

By |2018-07-25T06:32:10+05:30July 25, 2018|Essay|Comments Off on कबीर का समाज दर्शन | Social Views of Kabir | Hindi

भारत में दर्शनशास्त्र के विकास पर निबंध | Essay on Development of Philosophy in India | Hindi

भारत में दर्शनशास्त्र के विकास पर निबंध | Essay on Development of Philosophy in India | Hindi. जब राज्य और वर्णभेदमूलक सामाजिक व्यवस्था दोनों दृढ़ हो गई तब प्राचीन चिंतकों ने सिखाया कि मानव को चार पुरुषार्थों की प्राप्ति के लिए प्रयास करना चाहिए । ये पुरुषार्थ हैं धर्म या सामाजिक नियम-व्यवस्था अर्थ या आर्थिक संसाधन काम या शारीरिक सुखभोग [...]

By |2018-09-26T09:35:22+05:30September 3, 2017|Essay|Comments Off on भारत में दर्शनशास्त्र के विकास पर निबंध | Essay on Development of Philosophy in India | Hindi

भारत की महान दार्शनिक परम्पराएं पर निबंध । Essay on Philosophical Traditions of India in Hindi

भारत की महान दार्शनिक परम्पराएं पर निबंध । Essay on Philosophical Traditions of India in Hindi Language! 1. प्रस्तावना । 2. दर्शन क्या है? 3. दर्शन के विभिन्न स्वरूप । 4. उपसंहार । 1. प्रस्तावना: भारत एक विशाल देश है । इस धर्मप्रधान देश के समाज में दार्शनिकता का भाव विभिन्न रूपों में दिखाई पड़ता है । भारत में जितने [...]

By |2018-06-20T11:16:26+05:30July 22, 2016|Philosophy|Comments Off on भारत की महान दार्शनिक परम्पराएं पर निबंध । Essay on Philosophical Traditions of India in Hindi

भारतीय कला विकास | Indian Arts Development in Hindi

भारतीय कलाएं विकास एवं उनका स्वरूप । Indian Arts Development in Hindi! 1. प्रस्तावना । 2. भारतीय कलाओं की विरासत एवं विकास । वास्तुकला । चित्रकला । संगीतकला । नृत्यकला । नाट्‌यकला । साहित्यकला । 3. उपसंहार । 1. प्रस्तावना: कला मानव जीवन की अभिव्यक्ति है । यह मानव अभिवृतियों की रागात्मक वृत्ति है । भर्तृहरि ने नीति दशक में [...]

By |2018-05-31T06:48:28+05:30July 22, 2016|Arts|Comments Off on भारतीय कला विकास | Indian Arts Development in Hindi
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