विंस्टन चर्चिल का भाषण: खून, मशक्कत, आंसू और पसीना । Speech of Winston Churchill on “Blood , Effort, Tears and Sweat” in Hindi Language!
द्वितीय महायुद्ध के समय ब्रिटेन के प्रधानमन्त्री बनने के पश्चात् विंस्टन चर्चिल ने सर 1940 में 13 मई को ब्रिटिश संसद में यह प्रसिद्ध भाषण दिया था: जैसा कि मैंने इस सरकार में शामिल होने वाले मन्त्रियों से कहा मैं इस सदन से भी कहना चाहता हूं कि मेरे पास देने के लिए खून मशक्कत, आसू और पसीने के अलावा कुछ भी नहीं है ।
हमारे समक्ष बहुत गम्भीर अग्नि-परीक्षा है । हमारे आगे संघर्ष और कष्टों से भरे कई रास्ते हैं । आप पूछते हैं कि हमारी नीति क्या है ? मेरा जवाब है कि हमारी नीति स्थल समुद्र और आकाश में भगवान् ने हमें जितनी शक्ति दी है, उसका पूरा उपयोग करते हुए युद्ध करने की है ।
यह युद्ध एक ऐसे पैशाचिक अत्याचार के खिलाफ है, जिसकी मिसाल मनुष्य के अपराधों की अन्धकारमय सूची में कहीं नहीं मिलती । तो यह है हमारी नीति ! आप पूछते हैं कि हमारा लक्ष्य क्या है ? इसका जवाब मैं एक शब्द में दे सकता हूं ।
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यह है विजय प्रत्येक कीमत पर विजय प्रत्येक तरह के आतंक के बाबुजूद विजय रास्ता चाहे कितना ही मुश्किल और लम्बा हो विजय! क्योंकि हम विजय के बिना जिन्दा नहीं रह सकते । मैं अपना यह उत्तरदायित्व हर्ष और उम्मीद के साथ संभाल रहा हूं ।
मुझे पूरा भरोसा है कि हम अपने लक्ष्य में नाकामयाब नहीं हो सकते । मुझे इस समय यह लगता है कि मुझे सभी से मदद मांगने और यह कहने का अधिकार है: ‘आओ हम सब अपनी एकजुट शक्ति के साथ आगे बढ़ें ।’