Read this article in Hindi to learn about how to rear bees on commercial scale.

कृत्रिम रूप से मधुमक्खियों के पालन को एपीकल्चर या बी कीपीग वस्तुओं कहते हैं ।

कृत्रिम रूप से मधुमक्खी पालने के लिए निम्नलिखित वस्तुओं की आवश्यकता होती है:

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(1) मौन गृह (Beehive),

(2) मौन आधार (Comb Foundation),

(3) धूम्रण उपकरण (Smoking Apparatus),

(4) दस्ताने (Hand Gloves),

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(5) लोहे का खुरचना (Scraper),

(6) जाली (Net),

(7) मधुनिष्कासन उपकरण (Honey Extracting Apparatus) और

(8) टोपी खोलने का चाकू (Knife) ।

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1. मौन गृह (Beehive):

मधुमक्खियों को पालने के लिये कई प्रकार के कृत्रिम छत्तों का प्रयोग किया जाता है । ये लकड़ी से बने बाक्सों के समान होते हैं जिनमें दो खण्ड होते हैं । ऊपर का 1/4 भाग छत्ता भाग तथा निचला 3/4 भाग शिशु भाग कहलाता है ।

दोनों भागों के मध्य एक पतली जाली रहती है जिससे श्रमिक एक खण्ड से दूसरे खण्ड में आ जा सकते हैं मगर रानी आकार में बड़ी होने के कारण ऊपर नहीं जा सकती है इस जाली को रानी विभेदक कहते है रानी को अलग इसलिये रखा जाता है ताकि वह ऊपरी भाग में अण्डे न दे सके अन्यथा शहद निकालने में परेशानी होती है । लकड़ी का यह बक्सा चारों तरफ से बन्द रहता है ।

केवल निचले तल पर एक छोटा छेद होता है जिसमें केवल एक बार में एक मधुमक्खी अन्दर अथवा बाहर आ जा सकती है । भारतीय मधुमक्खियाँ एक स्थान पर कई समानान्तर छत्ते बनाती है अतः निचले वाले शिशु खण्ड में 4 या 5 इंच की दूरी पर समानान्तर खड़ी दशा में लकड़ी के तख्ते लटका दिये जाते हैं ।

इनका ऊपरी भाग तो जाली से सटा रहता है किन्तु निचला भाग बाक्स के तल से सटा न रह कर लटकता रहता है दो तख्तों को मध्य में पतले तार बंधे होते हैं जिनमें छत्ता आधार लगते हैं । ये मोम से बना होता है तथा इस पर अनेक मोम निर्मित षटभुजाकार छोटे-छोटे कोष होते हैं ।

भारतवर्ष में दो प्रकार के छत्ते अधिक प्रचलित हैं:

(1) धोष का बाक्स – 36.5 सेमी × 21.6 सेमी.

(2) न्यूटन का बाक्स – 20.2 सेमी × 1.40 सेमी. ।

2. मौन आधार (Comb Foundation):

यह मोम निर्मित षट्भुजाकार कोप होता है जिन पर श्रमिक कोष्ठ कांड बनाना आरम्भ करते हैं ।

3. धूम्रण यंत्र (Smoking Apparatus):

यह टीन का डिब्बा होता है जिसके एक सिरे से धुंआ निकलता है । जिस समय मधुमक्खियां उग्र हो जाती हैं तो इससे थोड़ा-सा धुंआ छोड़ते हैं जिससे वे शांत हो जाती हैं ।

4. दस्ताने (Hand Gloves):

ये रबर के होते हैं, इन्हें पहनकर हाथों की डंक से रक्षा की जा सकती है ।

5. लोहे का खुरचना (Scraper):

यह एक लोहे की चपटी पत्री के समान आकृति होती है जिससे बक्से के फर्श को साफ किया जाता है ।

6. जाली (Net):

यह रेशम अथवा सूत के धागों की बनी होती है । मधुमक्खियों के आक्रमण से बचने के लिये इसे सिर में पहन लेते हैं जिससे गर्दन तक का भाग ढक जाता है ।

7. मधुनिष्कामन उपकरण (Honey Extracting Apparatus):

यह एक टीन का विशेष ड्रम होता है जिसके मध्य में कुछ जालीदार थैलियां एक घूमने वाले डंडे पर लगा दी जाती है । इसमें छत्तों की तख्तियों को लगाकर घुमाते हैं फलस्वरूप अपकेन्द्रीय बल से शहर अलग हो जाता है ।

8. चाकू (Knife):

इसकी नोक को गर्म कर कोष्ठों की टोपियों को पिघला कर शहद निकाला जाता है ।

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